महाराजधिराज के चरणों में आसन लगाकर बघेल राजवंश के सभी महाराजाओं ने उनके आदेश पर …
एनडी हिंदुस्तान संवाददाता/डॉ. प्रदीप गोयल शाहाबाद। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक व शिक्षाविद् डा. कुलदीप सिंह ढींडसा …
मोदी सरकार वन नेशन-वन इलेक्शन लाने से पहले झारखंड और महाराष्ट्र के साथ दिल्ली का …
मनीष सिसोदिया ने भी फैसला लिया है कि वह उपमुख्यमंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब …
कांग्रेस का असली चेहरा बेनकाब : दलितों और ओबीसी के आरक्षण पर फिर से हमला …
एनडी हिंदुस्तान संवाददाता दिल्ली।चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 09 सितंबर 2024 को …
आई व ऑटोमेशन से स्टार्टअप में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन है सेल्स्फोर्स का फोर्टे एनडी हिंदुस्तान संवादाता …
एनडी हिंदुस्तान संवाददाता/दीपक शर्मा कुरुक्षेत्र। हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ ,श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर, कुरुक्षेत्र में …
पलायन के 1800 साल अपने देश इजराइल पहुंचने वालों और उनकी वेदना से सीखने की जरूरत पंचकूला …
इस विषय पर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के सभागार में कार्यशाला आयोजित इस परियोजना का …
हिंदुओं के घर, दुकान, ऑफिस,व्यवसायिक प्रतिष्ठान,महिलाएं, बच्चे व आस्था के केंद्र मंदिर व गुरुद्वारे तक सुरक्षित नहीं एनडी हिंदुस्तान संवाददाता दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने कहा कि हमारा पड़ोसी बांग्लादेश एकविचित्र अनिश्चितता, हिंसा और अराजकता में फंसा हुआ है। हसीना सरकार के त्यागपत्र और उनके देश छोड़ने के बाद अन्तरिमसरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। संकट की इस घड़ी मे भारत बांग्लादेश के समस्त समाज के साथ एक मित्र के नाते मजबूतीसे खड़ा है। आलोक कुमार ने कहा कि बांग्लादेश में पिछले कुछ समय में हिन्दू, सिख व अन्य अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थानों, व्यापारिकप्रतिष्ठानों और घरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। कल रात तक अकेले पंचगढ़ जिले में 22 घर, झीनैदाह में 20 घर व जैसोर में22 दुकानें कट्टरपंथियों के निशाने बने तथा अनेक जिलों में तो शमशान तक तोड़ दिए गए। मंदिर और गुरुद्वारों को भी क्षति पहुंचाईगयी है। बांग्लादेश में शायद ही कोई जिला बचा हो जो इनकी हिंसा व आतंक का निशाना न बना हो। यह ध्यान दिलाना उचित होगाकि बांग्लादेश में हिंदू जो कभी 32% थे, अब 8% से भी कम बचे हैं और वे भी लगातार जिहादी उत्पीड़न के शिकार हैं।विहिप अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के घर, मकान, दुकान, ऑफिस, व्यवसायिक प्रतिष्ठान व महिलाएं, बच्चे वउनकी आस्था व विश्वास के केंद्र मन्दिर व गुरुद्वारे तक सुरक्षित नहीं हैं। कहा जा सकता है कि वहां पीड़ित अल्पसंख्यकों की हालतबद से भी बदतर होती जा रही है। यह स्थिति चिंतनीय है उन्होने कहा कि ऐसे में विश्व समुदाय की यह जिम्मेवारी है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही करें।आलोक कुमार ने कहा कि निश्चय ही भारत इस परिस्थिति में आंखे मूँद कर नहीं रह सकता। भारत ने परंपरा से ही विश्वभर केउत्पीड़ित समाजों की सहायता की है। विश्व हिन्दू परिषद भारत सरकार से यह आग्रह करती है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों कीसुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए। यह संभव है कि इस परिस्थिति का लाभ उठा कर सीमा पार से घुसपैठ का एक बड़ा प्रयत्न किया जाए। इससे सतर्क रहना होगा।इसलिए हमारे सुरक्षाबलों के लिए यह आवश्यक है कि सीमा पर कड़ी चौकसी बरतें और किसी भी तरह के अतिक्रमण को न होने दें।विहिप अध्यक्ष ने कहा कि हमारी कामना है कि बांग्लादेश में जल्दी से जल्दी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष सरकार पुनः स्थापित हों। वहाँके समाज को मानवाधिकार मिलें और बांग्लादेश की निरंतर हो रही आर्थिक प्रगति में कोई बाधा न आये। भारत का समाज औरसरकार इस विषय में निरंतर बांग्लादेश के सहयोगी बने रहेंगे।
राष्ट्रपति भवन के दो प्रमुख सभागारों के नाम हुए चेंज एनडी हिंदुस्तान संवाददाता दिल्ली।राष्ट्रपति भवन, जो …