प्रधानमंत्री मोदी ने युवा आईपीएस के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली,4 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) 2018 बैच के अधिकारियों की प्रतिष्ठित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में आयोजित दीक्षांत परेड के अवसर पर उनसे विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी परेड में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि“प्रधानमंत्री जी का भाषण बहुत ही प्रेरणायक था, जिससे निसन्देह हमारे युवा अधिकारियों का मनोबल बढेगाऔर साथ ही उन्हे पुलिस-पब्लिक सम्बन्धों को और सुदृढ़ बनाने का मार्गदर्शन भी मिलेगा”।
युवा आईपीएस अधिकारियों को उनकी दीक्षांत परेड पर शुभकामनायें देते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि “मैं आशा करता हूँकि ये युवा अधिकारी देश की सुरक्षा और एकता को सुनिश्चित करते हुए पूरी निष्ठा के साथ राष्ट्र की सेवा करेंगे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इन अधिकारियों की राष्ट्र और कर्तव्यके प्रति कटिबद्धता हमारे युवाओं को भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी”।
प्रधानमंत्री और केन्द्रीयगृहमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला भी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दीक्षांत परेड में शामिल हुए।
2018 बैच के प्रोबेशनरी आईपीएस अधिकारियों ने पिछले साल 7 अक्तूबर को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली में औपचारिक भेंट की थी। युवा पुलिस अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुए अमित शाह ने कहा था कि उन्हे इस बात पर गर्व होना चाहिए कि वे एक ऐसी सेवा से जुड़े हैं जो निरंतर लोगों की संरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करती है। केंद्रीय गृह मंत्री ने जनता के बीच पुलिस के बारे में सकारात्मक परिवर्तन लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)2018 बैच के 131 प्रोबेशनरों में 28 महिला प्रोबेशनर भी शामिल हैं। इन अधिकारियों ने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में बुनियादी पाठ्यक्रम चरण-1 के 42 सप्ताह पूरे कर लिए हैं।
अपना फाउंडेशन कोर्स पूरा करने के बाद इन प्रोबेशनरों ने 17 दिसंबर 2018 को राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में प्रवेश किया था।यहाँ इन्हे बेसिक कोर्स प्रशिक्षण के दौरान प्रोबेशनरों को कानून, जांच-पड़ताल, फोरेंसिक, नेतृत्व एवं प्रबंधन, अपराध विज्ञान, सार्वजनिक व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा, नैतिकता और मानवाधिकार, आधुनिक भारतीय पुलिस व्यवस्था, फील्ड क्राफ्ट और युक्तियां, हथियार प्रशिक्षण और गोलाबारी जैसे विभिन्न इंडोर और आउटडोर विषयों का प्रशिक्षण दिया जाता है।