Sunday, November 24, 2024
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कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी ने जारी की बीटेक ओड सेमेस्टर परीक्षाओं संबंधित दिशा-निर्देश

by Newz Dex
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परीक्षाएं 10 फरवरी से आरंभ, ब्लैंडिड मोड में आयोजित होंगी परीक्षाएं 


न्यूज डेक्स संवाददाता

कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने स्टेंडिंग कमेटी की अनुशंसा पर बीटेक ओड सेमेस्टर की परीक्षाओं सम्बन्धी दिशा-निर्देशों को स्वीकृति प्रदान की है। लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया 10 फरवरी से आरम्भ होने वाली बीटेक तृतीय, पांचवें,सातवें व आठवें स्पेशल सेमेस्टर, बीआर्किटेक्चर तृतीय, पांचवें व सातवें तथा एमटेक तृतीय ओड सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए परीक्षा शाखा द्वारा अधिसूचना जारी की गई है। उन्होंने बताया कि यह परीक्षाएं ब्लैंडिड मोड में आयोजित होंगी तथा इस सम्बन्ध में संबंधित संस्थानों/महाविद्यालयों के निदेशकों/प्राचार्यों द्वारा गूगल फॉर्म के माध्यम से छात्रों से मोड यानी ऑफलाइन/ऑनलाइन का विकल्प 7 फरवरी तक लिया जाएगा।

डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि इन परीक्षाओं में गूगल मीट के माध्यम से प्रॉक्टरिंग अनिवार्य है और छात्र यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा की पूरी अवधि के लिए उनके पास उचित इंटरनेट कनेक्टिविटी है। यदि किसी छात्र के पास कैमरे के साथ लैपटॉप/स्मार्ट मोबाइल फोन/डेस्कटॉप नहीं है या इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है या खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी है, तो उसे संबंधित संस्थान/कॉलेज के निदेशकों/प्राचार्यों से समय रहते ऑफलाइन मोड में परीक्षा देने के लिए अनुरोध करना होगा। 

उन्होंने बताया कि संस्थान/महाविद्यालय के संबंधित निदेशक/प्राचार्य ऑफलाइन परीक्षा सम्बन्धी आवश्यक व्यवस्था करेंगे और उम्मीदवार को प्रश्न पत्र और विश्वविद्यालय उत्तर पत्र की मुद्रित प्रति प्रदान करेंगे। परीक्षाओं के दौरान सम्बन्धित निदेशक/प्रधानाचार्य भारत सरकार/एमएचआरडी/हरियाणा सरकार/डीएचई/केयूके द्वारा समय-समय पर जारी किए गए कोविड-19 सम्बन्धी अनुरूप व्यवहार का पालन करना सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा/प्रोक्टरिंग के दौरान गूगल मीट से डिस्कनेक्ट/अदृश्य होने पर उम्मीदवार को अनुचित साधनों के उपयोग के रूप में माना जाएगा और ऐसे मामले में प्रॉक्टर यूएमसी बना सकता है।

उन्होंने बताया कि संबंधित निदेशकों/प्राचार्यों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि परियोजना रिपोर्ट/वाईवा/प्रशिक्षण/डेजरटेशन आदि सहित प्रायोगिक परीक्षा आंतरिक रूप से ऑनलाइन/ऑफलाइन मोड के माध्यम से इन परीक्षाओं के शुरू होने से पहले ही आयोजित की जाएगी। निदेशक/प्रधानाचार्य एक गूगल फॉर्म तैयार करेंगे और उत्तर-पुस्तिकाओं को अपलोड करने के लिए उम्मीदवारों के साथ उसका लिंक साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व छात्रों या स्थानांतरित/असंबद्ध/बंद संस्थानों/महाविद्यालयों के छात्रों को अपने विवरण अर्थात नाम, विश्वविद्यालय रोल नंबर को अपडेट करके अपने प्रवेश पत्र पर उन्हें आवंटित संस्थान/कॉलेज में शारीरिक रूप से उपस्थित होकर स्वयं को पंजीकृत करना होगा जिसके लिए कक्षा/सेमेस्टर, विषय, परीक्षा का तरीका, ई-मेल आईडी, व्हाट्सएप नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी देनी होगी। कॉलेज/संस्थान इन छात्रों से या तो ऑफलाइन मोड में या गूगल फॉर्म/वेबसाइट लिंक के माध्यम से भरी गई जानकारी प्राप्त करेगा जिसे कॉलेज/संस्थान की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। परीक्षार्थी को प्रश्न पत्र हल करने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संबंधित संस्थान/महाविद्यालय द्वारा उसे सही प्रश्न पत्र प्रदान किया गया है। बाद में परीक्षार्थी द्वारा गलत प्रश्न पत्र की किसी भी शिकायत पर विचार नहीं किया जाएगा।

परीक्षार्थी को सभी प्रक्रिया को पूरा करते हुए एक स्कैनर या मोबाइल ऐप जैसे माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस लेंस/एडोब स्कैन/वीफ्लैट ऐप का उपयोग करके पीडीएफ फाइल को अपने रोल नंबर के रूप में फाइल नाम के साथ सेव कर करना  होगा। परीक्षार्थी अपना नवीनतम पासपोर्ट आकार का फोटो चिपकाएगा और प्रवेश पत्र पर अपने हस्ताक्षर करे गा व इसके बाद उम्मीदवार अपनी उत्तर पुस्तिका की सॉफ्ट कॉपी के माध्यम से जमा करेंगे। उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी निर्धारित परीक्षा अवधि के भीतर संबंधित संस्थान/कॉलेज को गूगल फोर्म के माध्यम से पीडीएफ उत्तर पुस्तिका भेजते समय, यह सुनिश्चित करेगा कि उसने उत्तर पत्रक के साथ अपनी रोल नंबर पर्ची भी संलग्न की है।उत्तर पुस्तिका भेजते समय अभ्यर्थी को अपना रोल नंबर, नामकरण और पेपर का कोड नंबर गूगल फॉर्म के विषय में लिखना होगा।

पेन और पेपर के माध्यम से परीक्षा का प्रयास करते समय, उम्मीदवार परीक्षा के अपने स्थान पर पेपर की पूरी अवधि के लिए गूगल मीट के माध्यम से चलने वाले वेबकैम के सामने बैठने के लिए स्वयं को उपलब्ध कराएंगे। वेबकैम की स्थिति को इस तरह से समायोजित किया जाना चाहिए कि परीक्षार्थी का पेपर हल करने का पूरा दृश्य पर्यवेक्षक को दिखाई दे। उम्मीदवार वेबकैम को छोड़कर गूगल मीट के दौरान अपना माइक्रोफ़ोन ऑफ मोड में रखेगा। प्रश्नपत्र का प्रयास करते समय उम्मीदवार केवल नीले/काले पेन का उपयोग करेगा।

परीक्षा के लिए निर्धारित अवधि 
डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि परीक्षा के लिए निर्धारित अवधि 4 घंटे की है। परीक्षाएं सुबह 9.30 बजे से दोपहर 01.30 बजे तक और दोपहर 1.30 बजे से शाम 5.30 बजे आयोजित होंगी, जिसमें प्रश्न पत्र डाउनलोड करने का समय संबंधित निदेशक/प्रधानाचार्य को गूगल फॉर्म के माध्यम से उत्तर पुस्तिका भेजने का समय भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी सम्बन्धित निदेशक/प्रधानाचार्य द्वारा इलेक्ट्रॉनिक मोड के माध्यम से प्रश्न पत्र प्राप्त करेंगे जिसके बाद परीक्षार्थी ए-4 साईज के पेपर पर अपने दूरस्थ स्थान से प्रश्न पत्र हल करेंगे तथा परीक्षा में अधिकतम पृष्ठ सीमा 36 होगी। परीक्षार्थी उपयोग की गई शीट के प्रत्येक पृष्ठ पर रोल नंबर, पेपर कोड और पेज नंबर लिखेंगे। परीक्षार्थी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसने अपने द्वारा उपयोग की गई उत्तर-पुस्तिका के प्रत्येक पृष्ठ पर अपने हस्ताक्षर किए हैं। उम्मीदवार के हस्ताक्षर के बिना उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।

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