हरियाणा जेल महानिदेशक मोहम्मद अकिल ने किया प्रदेश के पहले जेल पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण
आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित पेट्रोल पंप एक माह के अंदर होगा शुरू
सुबह के समय जेल बंदी और रात्रि के समय जेल कर्मी करेंगे पंप पर काम
कुरुक्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया जा रहा है पहला पेट्रोल पंप
हरियाणा जेल महानिदेशक ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा जेल महानिदेशक मोहम्मद अकिल ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में कुरुक्षेत्र के नागरिकों के लिए एक अच्छा समाचार है। इस धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की जेल में हरियाणा का पहला पेट्रोल, डीजल एवं सीएनजी पंप स्थापित किया गया है। सरकार की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित इस पेट्रोल पंप को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लगाया गया है। इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद प्रदेश की 11 जेलों में आगामी दो सालों में पेट्रोल पंप स्थापित कर दिए जाएंगें। इस पंप का उद्घाटन आगामी एक माह के अंदर कर दिया जाएगा। अहम पहलू यह है कि इस पेट्रोल पंप पर सुबह के समय बंदी और रात्रि के समय जेल कर्मी ड्यूटी करेंगे। इस पंप का नाम भी जेल पंपिंग स्टेशन रखा गया है। जेल महानिदेशक मोहम्मद अकिल शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित हरियाणा की जेल के पहले पेट्रोल पंप का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले महानिदेशक मोहम्मद अकिल, आईजी जेल जगजीत सिंह, जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत, जेल उपाधीक्षक शविंद्र सिंह ने जेल पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान महा-निदेशक ने पेट्रोल पंप के प्रत्येक कक्ष और स्थापित किए गए पंप का अवलोकन किया। इस निरीक्षण के दौरान महा-निदेशक जो भी कुछ खामियां नजर आई उसे दूर करने के आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। महा-निदेशक ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र के नागरिकों के लिए यह खुशी की बात है कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में जेल पंपिंग स्टेशन की सौगात दी जा रही है। जेल विभाग की तरफ से यह पहला प्रयास है कि प्रदेश की पहली जेल में पेट्रोल पंप लगाया गया है। इस पंप को इंडियन आयल कारपोरेशन के सहयोग से स्थापित किया गया है। इस पंप को आगामी एक माह के अंदर शुरु कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पेट्रोल पंप को अलग अलग चरणों में शुरू किया जा रहा है। सबसे पेट्रोल और उसके बाद डीजल और फिर सीएनजी की सुविधा दी जाएगी। इस पंप को प्रदेश के पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। इस पंप को शुरू करने में काफी सोच विचार किया गया है। इस पंप को शुरू करने से पहले तमाम पहलुओं को जहन में रखा गया और गहनता से मंथन भी किया गया है। इस पायलट प्रोजेक्ट के पंप पर सुबह के समय बंदी और रात्रि के समय जेल कर्मियों से ड्यूटी ली जाएगी। अगर रात्रि के समय पंप की सेल अच्छी रही तो रात्रि के समय पंप की सेवाओं को जारी रखा जाएगा। इस पंप को शुरू करने की योजना है कि प्रदेश की 20 में से कुरुक्षेत्र जेल पहली जेल है जहां पंप लगाया गया है, इसके बाद प्रदेश की 11 और जेलों में पंप लगाए जाएंगे। इन की सूची तैयार कर ली गई है और आगामी कार्रवाई भी जारी कर दी है। अगर कुरुक्षेत्र का पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा तो आगामी दो सालों में सभी 11 जेलों में पंप शुरु कर दिए जाएंगें। महानिदेशक ने कहा कि इस परियोजना में सेमी ओपन जेल का एक नया एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है। इस पंप के शुरू होने के एक माह में काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है। इस सभी परेशानियों को दूर किया जाएगा। इस पंप पर जेल प्रशासन द्वारा जेल में अच्छा रिकार्ड रखने वाले बंदियों को ही ड्यूटी लगाई जाएगी। इस योजना से जेल बंदियों को फायदा होगा और मुनाफे को बंदियों के वेलफेयर पर खर्च किया जाएगा। इस के लिए कुछ मापदंड तैयार किए है। इस मौके पर डीएसपी मुख्यालय सुभाष चंद्र भी मौजूद थे।