भाजपा–जजपा तू डाल डाल मैं पात पात
मुख्यमंत्री बोले शुगरफेड का चेयरमैन होने के नाते इस्तीफा उनके पास आना चाहिए था
इस्तीफे पर सीएम का कटाक्ष, अभी इस्तीफा नहीं आया है और हम अभी भी इस्तीफा ढूंढ रहे
मुख्यमंत्री बोले कभी-कभी दबाव के कारण दे दिए जाते हैं इस तरह के बयान,अब रामकरण काला ही बता सकते हैं कि किसके दबाव में दिया था बयान
शाहाबाद से विधायक रामकरण काला ने किसानों पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी के विरोध स्वरूप हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी
जेजेपी विधायक काला ने शुक्रवार को यह इस्तीफा मुख्यमंत्री को नहीं,बल्कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को दिया था
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जजपा के शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन रामकरण काला पर जबरदस्त कटाक्ष किया। रामकरण काला के इसी इस्तीफे के खेल पर मनोहर के बोल,आज रामकरण काला की पोल खोल गए। अब जजपा विधायक के पास ना बोलते बन रहा है और ही चुप रहते। संभवतःसियासत की चाल में इसे ही अंगुली काट कर शहीद होना बोला जाता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को प्रेसवार्ता में सूरजमुखी किसानों को हरियाणा सरकार द्वारा बड़ी राहत देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने प्रेसवार्ता में बताया है कि 8528 सूरजमुखी किसानों को 29.13 करोड़ रुपये की अंतरिम भावांतर भरपाई राशि जारी की है। वहीं उन्होंने भाजपा-जजपा गठबंधन पर भी बोला। उन्होंने कहा कि दोनों राजनीतिक दलों का गठबंधन है और रहेगा, कोई दिक्कत नहीं है।
मगर मुख्यमंत्री ने शुगरफेड के चेयरमैन व शाहाबाद के विधायक रामकरण काला के इस्तीफे की अफवाहों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन होने के नाते रामकरण काला का इस्तीफा उनके पास आना चाहिए, लेकिन अभी तक इस्तीफा नहीं आया है और हम अभी भी इस्तीफा ढूंढ रहे हैं। कभी-कभी दबाव के कारण ऐसे बयान दिए जाते हैं। वहीं रामकरण काला के अनुसार उन्होंने शुक्रवार को यह इस्तीफा डिप्टी सीएम को दिया था। भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन जनकल्याण के लिए किया गया है और मजबूती से चल रहा है, आगे भी रहेगा। इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक बातें अलग होती हैं और सरकार चलाना अलग विषय होता है।