डॉ. प्रदीप गोयल/ न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर जीटी रोड स्थित एक प्राइवेट होटल में डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 1978 बैच की दसवीं कक्षा के पुराने विद्यार्थियों ने एक छात्र मिलन समारोह किया जिसमें उस समय के अध्यापकों को भी बुलाया गया। लगभग 45 वर्षों बाद मिले सहपाठियों के मिलन से सभी की आंखें नम हो गई और सभी ने अपने अपने अनुभवों को साझा किया। मास्टर राजकुमार गुप्ता, मास्टर कांति प्रसाद गुप्ता, उत्तम प्रसाद शास्त्री, श्याम सुंदर, दीवान चंद, सुरेंद्र कुमार, विनोद कुमार, रमेश गगनेजा ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
मास्टर उत्तम प्रसाद शास्त्री ने संस्कृत की सुंदर रचना प्रस्तुत की और अपने अनुभवों को सांझा किया। कुछ मिनटों के लिए बोलने आए मास्टर कांति प्रसाद भी लगभग आधा घंटा तक संबोधन देते रहे। उन्होंने कहा कि 1978 का बैच एक काफी प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का मैच था जिसमें पढ़े विद्यार्थी प्रसिद्ध डॉक्टर, इंजीनियर और अन्य पदों पर विराजमान हुए। सभी अध्यापकों ने बारी-बारी से उस बैच के विद्यार्थियों बारे अपने विचार रखे। मंच का संचालन सुरेंद्र सैनी ने किया। मनमोहन मैनी ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शशि भूषण गर्ग, शशिकांत गोयल, डॉ सुधीर गुप्ता व डॉ सुशील गुप्ता का विशेष रूप से धन्यवाद किया गया।
समारोह में दिल्ली, करनाल, चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली, कुरुक्षेत्र, अंबाला सहित अनेक शहरों से पुराने विद्यार्थी सम्मिलित होने पहुंचे थे। सभी पुरातन विद्यार्थियों ने अपना संक्षिप्त परिचय दिया और अपने जीवन में अपने परिवार की सफलता के बारे में बताया और इन सब का श्रेय अपने गुरुजनों को दिया। पुरातन विद्यार्थियों ने सभी गुरुजनों को माला पहनाकर स्वागत किया और शाल व स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। 6 महीने बाद मिलने का प्रण लेकर सभी अपने-अपने स्थानों को अलविदा हुए। शशि भूषण गर्ग ने बताया कि चाहे अधिकांश लोग अब रिटायर्ड लाइफ गुजार रहे हो लेकिन आज भी उनके अंदर वह बच्चा जीवित दिखाई दिया और सभी ने अपने बचपन की यादें खुलकर सांझा की। जिससे यह समारोह एक यादगार समारोह बनकर रह गया।