भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है और किसानों से दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है: अभय सिंह चौटाला
कहा – भाजपा के नेता पहले वोट लेने के लिए जनता से झूठे वादे करते हैं उसके बाद सत्ता मिलते ही किए हुए वादों से पलट जाते हैं, अब प्रधानमंत्री अपने किए वादे से मुकर रहे हैं जिस कारण से अन्नदाता आंदोलन करने पर मजबूर हैं
किसानों को रोकने के लिए रास्तों पर नुकीली कीलों और भारी पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं, पिछले चार दिनों से इंटरनेट बंद कर दिया गया है, गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि एमएसपी का कानून बनाने की किसानों की मांग जायज है। आज भाजपा सरकार ने राजनीतिक फायदा लेने के लिए देश और प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा कर दिया है। पहले वोट लेने के लिए जनता से झूठे वादे करते हैं उसके बाद सत्ता मिलते ही किए हुए वादों से पलट जाते हैं। प्रधानमंत्री ने तीन काले कानून खत्म करते समय किसानों से यह वादा किया था कि एमएसपी पर कानून बनाएंगे। अब प्रधानमंत्री अपने किए वादे से मुकर रहे हैं जिस कारण से अन्नदाता आंदोलन करने पर मजबूर हैं।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है और किसानों से दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। किसान अपनी मांगों को मनवाने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं न कि वो दिल्ली पर हमला करने जा रहे हैं। यह बेहद दुखद है कि किसानों को रोकने के लिए हाईवे समेत सभी रास्तों पर नुकीली कीलों और भारी पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। पिछले चार दिनों से इंटरनेट बंद कर दिया गया है। गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। एक तरफ प्रशासन कह रहा है कि सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुंचाने वाले किसानों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और संपत्ति के नुक्सान की भरपाई किसानों से की जाएगी दूसरी तरफ सरकार खुद ही सडक़ों को खोदकर नुक्सान कर रही है।
हरियाणा की भाजपा सरकार ने अघोषित आपातकाल लागू कर दिया है। सरकार के आदेशों पर पुलिस गावों में जाकर किसानों को धमकी दे रही है कि जो भी किसान आंदोलन में किसानों का साथ देगा उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा, सरकारी नौकरी वालों को नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा और उनके पासपोर्ट रद्द कर दिए जाएंगे। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार बैरिकेट्स लगाकर किसानों का रास्ता रोक कर आम आदमी को परेशान करने की बजाय पंजाब सरकार के खिलाफ लगाएं जिन्होंने हरियाणा की जीवन रेखा एसवाईएल का पानी रोक रखा है।