सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ दोनों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान के नेतृत्व में थामा कांग्रेस का दामन
युवाओं को बेरोजगार, अशिक्षित, अकुशल, नशेड़ी और अपराधी बना रही है बीजेपी- हुड्डा
अपने भविष्य को बीजेपी सरकार के चंगुल से बचाने के लिए युवा कर रहे पलायन- हुड्डा
भर्तियों की मांग को लेकर युवा आंदोलनरत, मुख्यमंत्री, मंत्री व गठबंधन बदलने में व्यस्त बीजेपी- हुड्डा
दिल्ली की ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ में हरियाणा से 25000 लोग करेंगे शिरकत- उदयभान
बीजेपी के पाले में खेल रही जेजेपी व इनेलो, वोट काटने की नीति नहीं होगी कामयाब- उदयभान
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़, 29 मार्चः हरियाणा कांग्रेस में दो बड़े नेताओं की जॉइनिंग हुई है। जगाधरी से पूर्व विधायक और जननायक जनता पार्टी के उपाध्यक्ष व यमुनानगर ईकाई के अध्यक्ष रहे अर्जुन सिंह गुर्जर ने आज कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनके साथ भाजपा नेता भूम सिंह राणा ने भी आज कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। राणा हजकां की टिकट पर दो बार नारायणगढ़ से चुनाव भी लड़ चुके हैं। दोनों नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में पार्टी ज्वाइन की। हुड्डा व उदयभान ने दोनों का कांग्रेस में स्वागत किया और पार्टी में पूर्व मान-सम्मान का भरोसा दिलाया। इस मौके पर चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कहा कि पार्टी का कुनबा लगातार विस्तार ले रहा है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है और जनता बदलाव के मूड में है।
‘इंडिया एंप्लायमेंट रिपोर्ट 2024’ पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार युवाओं को बेरोजगार, अशिक्षित, अकुशल, नशेड़ी और अपराधी बनाने की नीति पर आगे बढ़ रही है। अपने भविष्य को इस सरकार के चंगुल से बचाने के लिए युवा पलायन करने को मजबूर हैं। ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि हरियाणा के 55% पढ़े-लिखे युवा रोजगार की तलाश में हरियाणा छोड़कर पलायन कर चुके हैं।
हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में बढ़ रही बेरोजगारी ने भयावय रूप ले लिया है। लेकिन सत्ता में बैठी भाजपा-जजपा एक के बाद एक घोटालों को अंजाम देने में ही व्यस्त रहीं। बेरोजगारी को लेकर आई ताजा रिपोर्ट इसी बात की तस्दीक कर रही है। मानव विकास संस्थान यानी आइएचडी के साथ मिल कर अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन यानी आइएलओ ने इस रिपोर्ट को जारी किया है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं। सरकार द्वारा जानबूझकर धांधली करके भर्तियों को लटकाया जा रहा है। युवा भर्तियों की मांग को लेकर आंदोलन करने को मजबूर हैं। लेकिन बीजेपी मुख्यमंत्री, मंत्री और गठबंधन बदलने में लगी हुई है। 2014 तक देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला हरियाणा का प्राइवेट सेक्टर भी मौजूदा सरकार की नीतियों के चलते चौपट हो चुका है। बढ़ते अपराध और बेलगाम अफसरशाही के चलते प्रदेश में नया निवेश आना बंद हो गया। कोई नया उद्योग स्थापित होने की बजाए, कांग्रेस कार्यकाल के द्वारा दौरान स्थापित हुए उद्योग भी यहां से पलायन करने लगे।
इसकी वजह से प्राइवेट सेक्टर में भी रोजगार उत्पन्न नहीं हो पा रहे हैं। जो बेरोजगारी को कई गुना बढ़ा देता है। बेरोजगारी का धांश झेल रहे युवा हरियाणा छोड़कर दूसरे राज्य और दूसरे देशों में पलायन करने के लिए मजबूर हैं। बड़ी तादाद में हताश युवा नशे और अपराध के चंगुल में फंस जाते हैं। इसकी वजह से प्रदेश में अपराध का ग्राफ लगाता बढ़ रह है। बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को अपराध, नशे, बेरोजगारी और पलायन के ऐसे कुचक्र में फंसा दिया है, जो प्रदेश के वर्तमान ही नहीं भविष्य को भी बर्बाद कर रहा है।
लेकिन जल्द ही प्रदेश में हालात और सरकार दोनों बदलेंगे। फिर एकबार कांग्रेस की सरकार बनेगी और युद्ध स्तर पर बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी। पेपर लीक और भर्ती माफिया को खत्म करके योग्यता के अनुसार युवाओं को 2 लाख पक्की नौकरियां दी जाएंगी। साथ ही अपराध पर नकेल कसकर व अफसरशाही पर लगाम लगाकर प्रदेश में निवेश के लिए माहौल बनाया जाएगा। प्राइवेट सेक्टर में पहले की तरह रोजगार सृजन करके युवाओं को करियर के उत्कृष्ठ अवसर प्रदान किए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच में सीधा मुकाबला है। हरियाणा में वोट काटुओं के लिए कोई जगह नहीं है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए चौधरी उदयभान ने कहा कि 31 तारीख को दिल्ली के रामलीला मैदान में लोकतंत्र बचाओ रैली होने जा रही है। इंडिया गठबंधन के आह्वान पर होने वाली इस रैली में हरियाणा से 25000 लोग शिरकत करेंगे। बीजेपी सरकार कि लोकतंत्र विरोधी नीतियों के खिलाफ जनता संघर्ष का बिगुल फूंकेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के पास हर लोकसभा क्षेत्र में मजबूत उम्मीदवार हैं, जिनके नाम का ऐलान जल्द हो जाएगा। जेजेपी या इनेलो के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि जनता समझ चुकी है कि ये दोनों पार्टियां भाजपा के ही पाले में खेल रही हैं। विपक्षी की वोट काटने की रणनीति कामयाब नहीं हो पाएगी।