आर्य नगर और कैमरी गांव को जल्द ही महाग्राम योजना में किया जाएगा शामिल
डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम से सामुदायिक केंद्र, गंगवा रोड, साकेत कॉलोनी में अर्बन हेल्थ सेंटर बनाने की घोषणा
गुरु दक्ष आईटीआई में सोलर सिस्टम लगाने और डिजिटल पुस्तकालय का होगा निर्माण
बीसी-ए के बैकलॉग को जल्द भरा जाएगा- मुख्यमंत्री
प्रतिस्पर्धा के युग में परम्परागत दक्षता को व्यावसायिक कुशलता में बदलने की जरूरत – नायब सिंह सैनी
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़ । हरियाणा सरकार की संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना के तहत आज जिला हिसार में महाराजा दक्ष प्रजापति जयंती राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने समारोह में घोषणाएं करते हुए कहा कि आर्य नगर और कैमरी गांव को जल्द ही महाग्राम योजना में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, आर्य नगर गाव में जमीन उपलब्ध होने पर डॉ बी आर अम्बेडकर के नाम से कम्युनिटी सेंटर बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गंगवा रोड, साकेत कॉलोनी कम्युनिटी सेंटर के पास उपलब्ध जमीन पर अर्बन हेल्थ सेंटर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि गुरु दक्ष आईटीआई, आर्य नगर हिसार में 15 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवाया जाएगा और आईटीआई में डिजिटल पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा। साथ ही विशेष पाईपाइलन के माध्यम से पीने के पानी की समस्या का निदान किया जाएगा। उन्होंने कुम्हार धर्मशाला प्रेम नगर हिसार में शेड के निर्माण के लिए 21 लाख रुपये की राशि की मंजूरी की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा मिटटी कला बोर्ड के बजट में बढ़ोतरी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में बीसी-ए के बैकलॉग को जल्द भरा जाएगा।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सपरा हॉस्पिटल से बाई पास राजगढ़ रोड तक की सड़क तथा जिला हिसार में गांव तलवंडी रुक्का से गांव चनाना तक हरियाणा राज्य विपणन बोर्ड की लगभग 6 कि.मी. की सड़क को बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि चौधरीवास सब माइनर बुर्जी संख्या 11300 से 18600 टेल तक रिमोडलिंग का कार्य करवाया जाएगा। जिला फतेहाबाद में कुम्हार धर्मशाला बनाने के लिए नीति के अनुसार 50 प्रतिशत कलेक्टर रेट पर आधा एकड़ जमीन दी जाएगी।
सबसे पहले कलाकार महाराजा दक्ष प्रजापति थे
मुख्यमंत्री ने समारोह में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज से लाखों वर्ष पहले प्रजापति ब्रह्मा ने पंच तत्वों (पृथ्वी, जल, वायु, आकाश और अग्नि) के प्रयोग से सृष्टि की रचना की थी। ब्रह्मा जी के बेटे दक्ष प्रजापति ने भी इन्हीं पंच तत्वों का इस्तेमाल करके बर्तनों की कलाकारी की। इस प्रकार मनुष्यों में सबसे पहले कलाकार महाराजा दक्ष प्रजापति ही थे। इसलिए कुम्हार को प्रजापति की संतान मानकर प्रजापति कहा गया। उन्होंने कहा कि जिला हिसार के बनवाली व राखीगढ़ी में जो खुदाई की गई, उसमें सिन्धु सभ्यता और इससे पहले की भी मिट्टी की मूर्तियां और बर्तन मिले हैं। इन मिट्टी के बर्तनों पर हुई चित्रकारी से यह भी पता लगता है कि उस समय समाज की आर्थिक दशा क्या थी। लोगों का खान-पान कैसा था और सामाजिक दृष्टि से लोग उस समय कितनी तरक्की कर चुके थे।
प्रतिस्पर्धा के युग में परम्परागत दक्षता को व्यावसायिक कुशलता में बदलने की जरूरत
नायब सिंह सैनी ने कहा कि चाक के अविष्कार से इस कला को और बढ़ावा मिला। हरियाणा में चाक को इतना सम्मान दिया जाता है कि विवाह के अवसर पर चाक की पूजा की जाती है। इस प्रकार, मिट्टी से बर्तन बनाने की कला हमारी अमूल्य धरोहर है। मिट्टी के बर्तन बनाना मात्र एक कला ही नहीं है बल्कि इसमें प्रजापत की कलात्मक सोच, उसकी कुशलता और उसका कौशल छिपा होता है। उन्होंने कहा कि आज भूमण्डलीकरण का युग में गुणवत्ता, कुशलता और कला का विशेष महत्व है। हालांकि, विज्ञान के युग में प्लास्टिक और शीशे के बर्तनों के आने से मिट्टी के बर्तनों की मांग बहुत कम हो गई है। आज परम्परागत दक्षता को व्यावसायिक कुशलता में बदलने की जरूरत है, तभी हम प्रतिस्पर्धा के इस युग में आगे बढ़ पाएंगे।
उन्होंने प्रजापति समाज से आग्रह करते हुए कहा कि मिट्टी से न केवल बर्तन बल्कि सजावटी वस्तुएं बनाने के परंपरागत तरीकों के साथ-साथ नई-नई तकनीकों का अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसलिए आम इस्तेमाल के बर्तनों के साथ-साथ मिट्टी के सजावट वाले बर्तन भी बनाएं, जिनकी विदेशों में बहुत मांग है और उनका निर्यात किया जा सकता है।
सरकार ने पिछड़ा वर्ग के कल्याण व उत्थान के लिए चलाई अनेक योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास रहा है कि सभी वर्गों के लोग आगे बढ़ें, सभी का उत्थान हो और सभी को बराबर के हक मिलें। इस दिशा में सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन के अनुरूप विकास का लाभ उन लोगों तक पहुंचाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं, जो किन्ही कारणों से पिछड़े रह गये थे। सरकार ने पिछड़ा वर्ग के कल्याण व उत्थान के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में पिछड़ा वर्ग के लोग बहुत लंबे समय से क्रीमीलेयर की आय सीमा को बढ़ाने की मांग कर रहे थे, हमारी सरकार ने हाल ही में लोगों की मांग को पूरा करते हुए क्रीमीलेयर की आय सीमा को केंद्र सरकार की तर्ज पर 6 लाख रुपये वार्षिक से बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में बीसी-ए को 8 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया गया है। इसके अलावा, पिछड़े वर्गों के उत्थान व कल्याण के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया गया है।
विपक्ष ने हमेशा की पिछड़ा वर्ग के हकों की अनदेखी
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने कार्यकाल में विपक्ष ने बैकवर्ड क्लास के हकों का विरोध किया। उन्होंने काका कालेकर और मंडल कमीशन की रिपोर्ट का विरोध करने का काम किया। यहां तक कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीसी-ए के हक में बिल लेकर आए तो विपक्ष ने उसका भी विरोध किया। लकिन श्री नरेंद्र मोदी अपनी बात पर अडिग रहे और पिछड़े वर्गों को नौकरियों तथा शैक्षणिक संस्थाओं में दाखिले में 27 प्रतिशत आरक्षण देने का काम किया।
कांग्रेस के नेता बताएं कि क्या वे पिछड़ा वर्ग को सम्मान देंगे?
नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने का काम करते हैं। वे प्रदेश में घूम-घूम कर हिसाब मांग रहे हैं, जबकि कांग्रेस की केंद्र और राज्य में वर्षों तक सरकार रही, लेकिन उनके समय में एससी-बीसी वर्ग के हितों का हनन होता था, उनका शोषण होता था। उन्होंने कहा कि अब हम गरीबों का शोषण नहीं होने देंगे, उन्हें मजबूती से आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब के बेटे को प्रदेश के मुखिया की जिम्मेवारी सौंपी है। कांग्रेस के नेता बताएं कि क्या वे पिछड़ा वर्ग को इतना सम्मान देंगे? मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में पर्ची-खर्ची के साथ युवाओं को नौकरियां मिलती थी। लेकिन हमारी सरकार में बिना पर्ची-बिना खर्ची के मैरिट पर युवाओं को नौकरियां मिली हैं। आज गरीब के घर के बच्चे भी हरियाणा में अधिकारी लग रहे हैं, जिन्होंने पहले कभी सोचा भी नहीं था।