लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए सांझी आयोजन जरूरी: उपायुक्त
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए विरासत सांझी उत्सव का आयोजन युवा पीढ़ी से जोडऩे के लिए एक नया प्रयोग है। वर्तमान दौर में सांझी जैसी लोककला गांवों से समाप्त हो रही है। इस कला को बचाने के लिए विरासत ने जो प्रयास किया है मैं उसकी प्रशसंा करता हूं। आने वाले दिनों में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। यह उद्गार कुरुक्षेत्र के उपायुक्त श्री राजेश जोगपाल ने विरासत दि हेरिटेज विलेज मसाना में चतुर्थ सांझी उत्सव के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि उपस्थित लोक कलाकारों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि विरासत ने जिस तरीके से लोक सांस्कृतिक विषय-वस्तुओं की प्रदर्शनी यहां पर प्रदर्शित की है उसके माध्यम से युवाओं को जोडऩे का अवसर प्राप्त हुआ है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि विरासत हेरिटेज विलेज ने सांझी उत्सव के माध्यम से हरियाणा की लोककला सांझी को स्कूल एवं महाविद्यालयों के छात्रों तक पहुंचाने के लिए सार्थक प्रयास किया है। इस तरीके से हरियाणा की लोक संस्कृति को विरासत के माध्यम से एक नया मंच मिला है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने कहा कि विरासत धीरे-धीरे ही सही लेकिन संस्कृति के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहा है। इस अवसर पर हरियाणा की लोककला सांझी के प्रति लोगों एवं कलाकारों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इस मौके पर प्रो. विवेक चावला, डॉ. रामनिवास, जगमेन्द्र सिंह, डॉ. हरविन्द्र राणा, धर्मेन्द्र डांगी, मंयक शर्मा तथा विकास शर्मा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। विरासत सांझी उत्सव के संयोजक डॉ. पूनिया ने बताया कि हरियाणा दिल्ली तथा उतर प्रदेश से लोक कलाकारों ने सांझी प्रतियोगिता में भाग लिया। विश्व की सबसे बड़ी सांझी जींद के कलाकार गौत्तम ने बनाई। उन्होंने कहा कि सांझी प्रतियोगिता में विजेताओं को 51 हजार, 31 हजार, 21 हजार, 11 हजार, 5100, 3100, 2100 (5), 1100 (10) के पुरस्कार दिए जाएंगे। इस अवसर पर मेरठ से केपी बालन व मैडम अनीता ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में विकास रेल्हन डायरेक्टर, वीके स्टूडियोज़ कुरुक्षेत्र, फिल्म कलाकार जनार्दन शर्मा, बी हाई रेडियो कलाकार डॉ. रमाकांता, लोक कलाकार डॉ. मीनाक्षी कौशिक, प्रेसिडेंट संगीत विकास कला मंच एचएस ओबेरॉय में विशेष तौर पर मौजूद रहे। इस मौके पर बाल कलाकार मास्टर जय रेल्हन व बेबी वरुणाक्षी ने अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।
11 अक्टूबर को होगा समापन समारोह
विरासत सांझी उत्सव का समापन 11 अक्टूबर 2024 को होगा। इस अवसर पर सांझी प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ सांझी बनाने वाले विजेताओं को पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया जायेगा।
सांझी प्रतियोगिता में मटका दौड़ का हुआ आयोजन
सांझी प्रतियोगिता में महिलाओं की मटका दौड़ का भी आयोजन किया गया। इस दौड़ में इन्द्री से मधु ने प्रथम स्थान, एमएमडीयू मुलाना अंबाला से ज्योति ने दूसरा स्थान, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से कुमकुम ने तीसरा स्थान हासिल किया। जीतने वाले सभी प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।