न्यूज डेक्स संवाददाता
अयोध्या,5 अगस्त।
देश के प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भगवानश्रीराम मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन के पश्चात अपने संबोधन की शुरुआत जय सियाराम से करते हुए कहा कि आज पूरा भारत भारतमय है। सदियों का इंतजार समाप्त हो रहा है,क्योंकि श्रीरामजन्मभूमि आज मुक्त हो रही है। मोदी ने कहा कि राम हमारी संस्कृति के आधार हैं। राम अनेकता में एकता के सूत्र हैं राम और आधुनिकता के पक्षधर हैं। इसी के साथ उन्होंने अपील की कि सभी की भावनाओं का ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि अयोध्या का स्वरुप बदलने के साथ अयोध्या का अर्थतंत्र भी बदलेगा,जो राष्ट्र को जोड़ने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि जीवन में हर जगह राम ही राम हैं,क्योंकि राम भारत की मर्याादा है
मेरा सौभाग्य है कि मुझे आमंत्रित किया गया है। हरमन दीपमय है,पूरा भारत भावुक है। उन्होंने कहा कि बरसो से टेंट के नीचे रहे हमारे रामलला के लिये अब भव्य मंदिर का निर्माण होगा,टूटना और फिर से खड़ा होना,ये सदियों से चला आ रहा है,अब अयोध्या के लिये सदियों का इंतजार खत्म हो गया। उन्होने कहा कि अस्तित्व मिटाने का प्रयास हुआ,लेकिन राम हमारे बीच में,राम आज भी हमारे मन में गडे हुए हैं। पीएम ने कहा कि राम की शक्ति देखिए इमारतें टूटीं, पर उनका अस्तित्व नहीं टूटा। राम मंदिर हमारी शाश्वत भावना का प्रतीक बनेगा,ये मंदिर हमें आस्था और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि करोड़ों रामभक्तों को इस पवित्र अवसर पर कोटि-कोटि बधाई दी। पीएम ने कहा कि इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि आना बड़ा स्वाभाविक था। क्योंकि राम का काम किए बिना मुझे कहां चैन मिलने वाला था। मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे यहां आमंत्रित किया गया।
इस भूमि पूजन में रामलला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साष्टांग दंडवत किया। यहां भगवान श्रीराम की पूजा करते पीएम मोदी भगवान को पुष्प अर्पित किये,जबकि इससे पहले मोदी अयोध्या के मुखिया भगवान हनुमान के दर्शनार्थ पहुंचे शीश झुककर उन्हें प्रणाम करआरती की। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया भूमिपूजन कार्यक्रम में मोदी पारंपरिक पारिधान में दिखे। मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रमुख
मोहन भागवत,राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष रुप से मौजूद रहे। पूजन से पहले प्रधानमंत्री ने राम मंदिर परिसर में पारिजात का पौधा लगाकर जल दिया और इसके पश्चात चांदी की ईंट के साथ शिलान्यास किया गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुभ घड़ी में राम मंदिर के नींव की ईंट रखी। इस दौरान उन्होंने नींव को प्रणाम किया। कार्यक्रम में देशभर से कई संत महात्मा पहुंचे थे। विशेष बात यह रही कि शुभमुहुर्त की घड़ी आने से पहले ही मंदिर परिसर जयश्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। कार्यक्रम में शंकराचार्यों, पूर्व उपप्रधानमंत्री एवं राममंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभा चुके लाल कृष्ण आडवाणी,मुरली मनोहर जोशी,यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह,विहिप से दूरी बना चुके प्रवीण भाई तोगड़िया जैसे चेहरों की गैरमौजूदगी चर्चा का केंद्र बनी रही। चर्चा इस बात को लेकर भी हो रही है कि इस कार्यक्रम में दूसरे दलों के को न्यौता नहीं दिया गया था। हालांकि प्रधानमंत्री अपने भाषण में यह स्पष्ट भी किया कि कोरोनाकाल की वजह से यह कार्यक्रम बहुत ही मर्यादा के बीच सीमित संख्या में हुआ। इन सबके बीच देश-दुनिया में बसे रामभक्तों में उल्लास की खबरें मिल रही हैं,धर्मस्थलों और सामाजिक संगठनों विशेष कर संघ के अलग अलग आयामों द्वारा पांच अगस्त को कार्यक्रम रखे गये हैैं,लेकिन खास नजारा अयोध्या में देखने को मिल रहा है। यहां दिवाली जैसा वातावरण बना हुआ। मंदिर के भूमि पूजन के साथ इस क्षेत्र के विकास का रास्ता भी खुल चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शीघ्र भव्य मंदिर तैयार करने की बात कह चुके हैं। अब लोगों के लिये अगला इंतजार भव्य मंदिर के निर्माणकार्य पूरा होने के लिये रहेगा।