न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विधि विभाग के प्रोफेसर अमित लुदरी ने वीरवार को जॉन पॉल द्वितीय कैथोलिक विश्वविद्यालय, लबलिन, पौलेंड द्वारा आयोजित चैथे यूरोपीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ऑनलाइन) में “मानव अधिकारों और मानवतावादी कानून पर वक्ता के रूप में मानव अधिकारों की यात्रा 19ः इनसाइट“ विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
उन्होनें वैश्विक महामारी से निपटने के लिए अपना सुझाव दिया और बताया कि महामारी पर व्यापक अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण होना जरूरी है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। उन्होंने कहा कि नए मापदंडों और प्रणालियों को तैयार करके ’आपात स्थिति’ से निपटने के लिए महामारी के विनियमन के साथ-साथ मानव अधिकारों के बारे में विचार करने की आवश्यकता है।
प्रो. लुदरी ने महामारी की स्थिति के दौरान वैश्विक शांति बनाए रखने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बारे में भी सराहना की। उन्होंने कहा कि महामारी विनियमन के नियमों का पालन करके हम ऐसी खतरनाक महामारी व वैश्विक आपदा की स्थिति से बाहर आ सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजकों द्वारा उनके दिए गए सुझावों की सराहना की गई।