Friday, November 22, 2024
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आत्म निर्भर भारत को बढ़ावा देने को तैयार कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी का यूआईईटी संस्थान: प्रो त्रिपाठी

by Newz Dex
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हरियाणा सरकार के इलैक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा 30 लाख की ग्रांट से इनक्यूबेशन सेंटर तैयार

न्यूज डेक्स संवाददाता

कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यूआईईटी संस्थान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के कुशल नेतृत्व में आत्म निर्भर भारत को बढ़ावा देने को तैयार है। यह जानकारी देते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन इंजीनियरिंग एवं टेक्नालॉजी व निदेशक यूआईईटी प्रो. सीसी त्रिपाठी ने बताया कि इसके लिए हरियाणा सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा 30 लाख  की लागत से यूआईईटी संस्थान में 5000 वर्ग फुट का इनक्यूबेशन केंद्र विकसित किया गया है।

इस इनक्यूबेशन केंद्र में स्टार्टअप गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्लांट और मशीनरी को स्थापित किया जाएगा। इसके साथ इस क्षेत्र को अधिक मजबूती देने के देने के लिए सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के साथ तकनीकी रूप से शोध और विकास के क्षेत्र में अधिक कार्य किया जाएगा। संस्थान द्वारा चयनित कुल सात  स्टार्टअप को अपना कार्य करने के लिए स्थान एवम् अन्य जानकारियां प्रदान किया जाएगा और उसको 15 लाख रुपए तक पोषण के रूप में लघु एवम् माध्यम उद्योग विभाग द्वारा दिया जाएगा।

प्रोफेसर त्रिपाठी ने बताया कि सबसे बड़ी अहम बात यह है कि इस सेंटर में 7 व्यक्तियों को एक ही छत के नीचे उद्यमी बनने के लिए जो स्टार्टअप शुरू करेंगे उनके लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन सात व्यक्तियों में कोई भी विश्वविद्यालय का छात्र शिक्षक या समाज से कोई भी आम व्यक्ति हो सकता है जो अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहता है। इसके बाद इस को आगे बढ़ाने के लिए लघु सूक्ष्म, मध्यम उद्योग से तैयार उत्पाद को भी बेचने के लिए बाजार में सहयोग करेगी। किसी भी स्टार्टअप के लिए 1 करोड़ रुपए तक का ब्याज रहित लोन या शेयर भागीदारी के साथ कार्य कर सकते हैं।

इसके लिए जो भी स्टार्टअप अपने उत्पाद को लेकर अपनी कंपनी रजिस्टर्ड करवाना, कंपनी में उत्पाद तैयार करना, उत्पाद की टेस्टिंग, उत्पाद की गुणवत्ता, फाइनेंस प्रबंध व इससे जुड़े उत्पाद की मार्केटिंग में भी सहयोग किया जाएगा। कोई भी व्यक्ति किसी भी वस्तु के नवाचार आदि का रुचि रखता है वह वस्तु या पदार्थ को बड़े स्तर पर पैदा करने और बाजार के मांग के अनुरूप से जो भी उत्पाद तैयार करेगा, उसमें विशेष रूप से सहयोग दिया जाएगा। प्रो त्रिपाठी ने बताया कि संस्थान के ट्रेनिग ओर प्लेसमेंट अधिकारी व विभागाध्यक्ष इलेक्ट्रॉनिक ओर कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. निखिल मारिवाला को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है जो पिछले कई माह से इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिये निरन्तर दिन रात प्रयास कर रहे है।

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