संदीप गौतम/न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 9अगस्त। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की प्रतिस्थापना के लिए हिंदी साहित्य भारती हरियाणा इकाई का गठन किया गया जिसका अनुमोदन हिंदी साहित्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल, पूर्व शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश ने किया। हिंदी साहित्य भारती हरियाणा इकाई का गठन करते हुए डॉ. रवींद्र शुक्ल ने सभी सदस्यों को बधाई और शुभकामानाएं देते हुए कहा कि हिंदी साहित्य भारती बहुत जल्दी अंतरराष्ट्रीय स्वरूप को प्राप्त कर लेगी। उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य भारतीय हरियाणा इकाई में साहित्यानुरागी जय भगवान सिंगला को संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। हरियाणा के प्रतिष्ठित शिक्षाविद एवं साहित्यकार डॉ. लालचंद गुप्त मंगल, डॉ. राजेन्द्र कुमार अनायत,कुलपति छोटूराम तकनीकी विश्वविद्यालय सोनीपत, प्रो.आरके मित्तल कुलपति चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी,डॉ. कुमुद रामानंद बंसल अध्यक्ष राशोबा शिक्षण महाविद्यालय, पूर्व निदेशक साहित्य अकादमी, डॉ राधेश्याम शर्मा, पूर्व कुलपति चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा, प्रो. भीम सिंह, वरिष्ठ प्रोफेसर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, डॉ पुष्पा प्रोफेसर हिंदी विभाग रोहतक, और प्रो.चन्द्र चारु त्रिपाठी निदेशक यूआईटी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, मार्गदर्शक मंडल में शामिल किया गा है। उन्होंने कहा कि डा. नरेश मिश्र वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व विभागाध्यक्ष म.द.विश्वविद्यालय रोहतक को अध्यक्ष का दायित्व दिया गया है. डा.सुदर्शन रत्नाकर फरीदाबाद और प्रो.बाबूराम हिन्दी विभागाध्यक्ष चौ.बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। डा.रामेन्द्र सिंह, निदेशक विद्या भारती संस्कृति शिक्षा कुरुक्षेत्र,हिंदी साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री और हलवासिया विद्या विहार भिवानी के प्राचार्य डा.रमाकांत शर्मा संयुक्त महामंत्री होंगे। डॉ. कृष्ण कुमार को हिंदी साहित्य भारती हरियाणा के मीडिया संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। सुरेश चंद्र शर्मा राजभाषा अधिकारी फरीदाबाद, डा.हुकम सिंह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, बालकृष्ण शर्मा सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर सनातन धर्म महाविद्यालय पानीपत और डा.ऋषिपाल एसोसिएट प्रोफेसर बाबू अनन्त राम जनता महाविद्यालय कौल, हरियाणा साहित्य भारती के मंत्री रहेंगे। बाक्सइसके अतिरिक्त प्रदेश के12 शिक्षाविद एवं साहित्यकार हिंदी साहित्य भारती हरियाणा के सदस्य मनोनीत गए हैं.हरियाणा इकाई के नवनियुक्त महामंत्री डॉ.रामेंद्र सिंह ने कहा कि भारत के गौरवशाली साहित्य और सांस्कृतिक चेतना को विश्व पटल पर प्रतिष्ठा दिलाने के लिए हिंदी साहित्य भारती कृत संकल्प है. भारत में हिन्दी को राष्ट्रभाषा का संवैधानिक अधिकार दिलाना और विश्व के हिन्दी साहित्यकारों एक मंच पर लाना हम सबका कर्तव्य है. हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि हिंदी साहित्य भारती हरियाणा का गठन हिंदी की सेवा और उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा।