न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। धोखाधड़ी से फर्जी पासपोर्ट बनवाने के आरोप में कुरुक्षेत्र पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस कुरुक्षेत्र की स्पैशल डिटेक्टिव सैल की टीम ने धोखाधड़ी से बनवाए गए इस फर्जी पासपोर्ट मामले का आज खुलासा किया। पुलिस ने बताया है कि 16 अप्रैल 2021 को हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह पुत्र निर्मल सिंह वासी उमरपुरा जिला अमृतसर को मजीठा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। पुलिस रिमांड अवधि के दौरान पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी मोहित गुगलानी पुत्र अशोक कुमार वासी गुरुनानक कालोनी पिहोवा को दिनांक 17 अप्रैल 2021 को गिरफ्तार करके दिनांक 18 अप्रैल 2021 को अदालत में पेश किया, जिसको अदालत के आदेश से 02 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है ।
पुलिस टीम ने मामले की जांच को आगे बढाते हुए दिनांक 18 अप्रैल 2021 को विक्रम पुत्र नन्द किशोर वासी अशोक विहार अम्बाला शहर व सुमित पुत्र सुरेश कुमार वासी फरल जिला कैथल हाल डकोली थाना जिरकपुर पंजाब को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। यह जानकारी उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) सुभाष चंद्र ने दी।
जानकारी देते हुए सुभाष चंद्र ने बताया कि दिनांक 23 मार्च 2021 को प्रवर पुलिस अधीक्षक अमृतसर से मिली शिकायत में बताया गया कि आरोपी हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह पुत्र निर्मल सिंह वासी उमरपुरा जिला अमृतसर जो कि कईं मामलों में वांछित अपराधी है। जिसके विरुद्ध थाना मजीठा में हत्या का मामला दर्ज है। जिसने आपके एरिया पेहवा से फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट तैयार करवा रखा है। वह एक गैंगस्टर है। जिसके पासपोर्ट पर वार्ड न. 14 फौजी कालोनी पेहवा का पता लिखा हुआ है। जो फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट तैयार करवा कर धोखाधड़ी से विदेश भागने की फिराक में था। उन लोगों के विरुद्ध भी कानुनी कार्यावाही की जावे जिन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार करके गैंगस्टर का पासपोर्ट बनवाया है।
इस शिकायत पर थाना शहर पेहवा में मामला दर्ज करके जांच सहायक उप निरीक्षक गुरदेव सिंह को सौंपी गई थी। जिसकी जांच बाद में स्पैशल डिटेक्टिव युनिट के प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह को सौंपी गई। निरीक्षक विक्रम सिंह, उप निरीक्षक बलजीत सिंह, उप निरीक्षक रामचन्द्र, सहायक उप निरीक्षक राजेश कुमार, महेन्द्र सिंह, लाभ सिंह, हवलदार संजीव कुमार व विजय कुमार की टीम ने दिनांक 16 अप्रैल 2021 को हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह पुत्र निर्मल सिंह वासी उमरपुरा जिला अमृतसर को मजीठा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से 03 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था ।
आरोपी की पहचान पर पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी मोहित गुगलानी पुत्र अशोक कुमार वासी गुरुनानक कालोनी पेहवा को दिनांक 17 अप्रैल 2021 को गिरफ्तार करके दिनांक 18 अप्रैल 2021 को माननीय अदालत में पेश किया। जिसको अदालत के आदेश से 02 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया । पुलिस की पुछताछ पर आरोपी मोहित गुगलानी ने बताया कि उसकी जून/जुलाई 2019 में सुमित पुत्र सुरेश कुमार वासी फरल हाल बलटाना पंजाब के साथ हो गई थी। जिसने बताया था कि वह जाली पासपोर्ट बनवाने का काम करता है और फर्जी पास्पोर्ट बनवाने के एवज में 01 लाख 70 हजार रुपये लेता है। जिसने कहा कि हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह का पासपोर्ट बनवाना है। मोहित गुगलानी ने सुमित को कहा कि आप हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह का पासपोर्ट उसके पास भेज दो। बाकि अन्य कागजात वह स्वयं तैयार कर लेगा।
इस प्रकार मोहित गुगलानी ने हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह की ड्राईविंग लाईसेंस अपने लैपटाप पर गुगल नैट खोल कर किसी भी व्यक्ति का आधार कार्ड, 10वीं की मार्क सीट व ड्राईविंग लाईसेंस डाउनलोड करके उसमें नामपता फौजी प्लाट का भर कर रंगीन तैयार किये थे। उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर उसने 01 लाख 50 हजार रुपये लेकर हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह का फर्जी पासपोर्ट अप्लाई कर दिया था। जिसकी इंकवायरी उसने खुद जाकर हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह को खुद अपने साथ स्कूटी पर बैठा कर थाना पेहवा से करवाई थी। उसके बाद उसने विक्रम वर्मा जो पासपोर्ट आफिस में कर्मचारी है उसके दस्तावेज विक्रम वर्मा के पास भेज दिये थे। जिन पर हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह का पासपोर्ट तैयार होकर अक्तुबर 2019 से अक्तुबर 2029 तक वैध है। इस प्रकार उसने पहले भी एक व्यक्ति का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाया था। आरोपी मोहित गुगलानी की पहचान पर दिनांक 18 अप्रैल 2021 को विक्रम वर्मा पुत्र नन्द किशोर वासी अशोक विहार अम्बाला शहर को अम्बाला शहर से तथा सुमित पुत्र सुरेश कुमार वासी फरल जिला कैथल हाल डकोली थाना जिरकपुर पंजाब को डकोली से गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया।