गवर्नर सत्यपाल मलिक ने किसानों को सही और पीएम व गृहमंत्री को बताया गलत रास्ते पर
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली। पिछले घंटों में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के चिट्ठी बम का धुंआ मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर छाया हुआ है। इसी के साथ मेघालय के गवर्नर की इस चिट्ठी ने भाजपा में हलचल मची है।संवैधानिक पद पर रहते हुए मलिक ने जिस तरह से हरियाणा के चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक एवं सांगवान खाप के प्रधान सोमवीर सांगवान के पत्र के जवाब में पत्र लिखा है,उसमें उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को ही गलत रास्ते पर बताया।
उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि किसान गलत नहीं है,उनकी मांगे जायज हैं और इस मामले में पूर्ण रुप से मलिक ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहरा दिया है। इससे पहले भी मलिक कई तरह के विवादित बयानों के चलते चर्चाओं में रह चुके हैं। जम्मू-कश्मीर और गोवा के राज्यपाल रहते हुए मलिक इसी तरह के विवादित बयानों से सुर्खियों में रहे हैं। अब ताजा विवादित बयान उन्होंने देश की दो शीर्ष राजनीतिक हस्तियों पर दिया है।
पत्र में गवर्नर सत्यपाल मलिक ने जो लिखा…
प्रिय श्री सोमवीर सांगवान जी,आपका भेजा हुआ पत्र मिला। धन्यवाद,जिसमें आपने ने संसद में पारित तीन कृषि संबंधित कानूनों के खिलाफ कृषक समाज आंदोलन का जिक्र किया है,देश के किसानों ने एक शानदार एवं शांतिपूर्ण तरीके के साथ लंबी लड़ाई लड़ी है और इस संघर्ष में अपने लगभग 300 किसान साथियों को खोया है। अफसोस इस बात का है कि इतना बड़ा हादसा होने के उपरांत भी केंद्र सरकार ने एक बार भी अफसोस इजहार नहीं किया। इस सरकार का रवैया बहुत ही निर्दयतापूर्ण एवं निंदनीय है।
दूसरी तरह किसानों से कोई संवाद न करते हुए उनके आंदोलन को तोड़ने और बदनाम करने का सरकार द्वारा प्रयास किया है। मैं सभी किसानों को शाबासी देना चाहता हूं कि वे सरकार के छलावे में फंसने का प्रयास न करें और अपनी एकता को कायम रखें। आपका और आपके खाप पंचायत को जो मुझसे अपेक्षा है,उस सिलसिले में मैं अपने स्तर से काफी प्रयास कर चुका हूं।
मैने माननीय प्रधानमंत्री और माननीय गृह मंत्री से इस किसान आंदोलन के मुद्दे पर मुलाकात की है और उन्हें सुझाव भी दिया है कि वो किसानों के साथ न्याय करें और उनकी जायज मांगों को मान लें। मैने मीटिंग में भी स्पष्ट किया है कि किसानों के आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। केंद्र सरकार को इसका हल निकालते हुए उनकी मांग को मान लेना चाहिए। आगे भी इस प्रकार का प्रयास मैं करता रहूंगा। इसके लिये जो भी हो सकेगा,वह मैं करूंगा।
मैने माननीय प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जी को यह भी बताने का प्रयास किया है कि वे गलत रास्ते पर हैं और किसानों को दबाने,डराने और धमकाने का प्रयास न करें। मैने यह भी कहा है कि किसानों को दिल्ली से खाली हाथ न लौटाएं। मैं आपको और आपके खाप पंचायत के लोगों को यह भरोसा देना चाहता हूं कि मैं कभी भी आप लोगों का साथ नहीं छोड़ूंगा। मैं आगामी मई माह के प्रथम सप्ताह में दिल्ली आ रहा हूं और इससे संबंधित सभी नेताओं से संपर्क करके किसानों के पक्ष में उनकी सहमति कराने का प्रयास करुंगा। मैं आपको और आपके सभी पंचायत के सम्मानित सदस्यों को नमस्कार करता हूं।
सहस्नेह
आपका सत्यपाल मलिक