महामारी में महंगाई से दैनिक उपयोग की वस्तएं जनता की पहुंच से हो रही हैं बाहर
अरोड़ा ने कहा आक्सीजन और रेमेडसिविर एंजेक्शन की हो रही है कालाबाजारी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गरीब लोगों पेट में जाने वाला अनाज हरियाणा की अनाज मंडियों में बिक्री होना एक बड़े सैकेंडल की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और उन लोगों का पर्दाफाश होना चाहिए जो गरीबा का निवाला बेच कर अपनी तिजौरियां भरने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि इस गेहूं के बिक्री सैकेंडल में सत्तारुढ़ दल के प्रभावशाली नेताओं का होने से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भाजपा की सरकार है। इससे साबित होता है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का गेहूं दूसरे राज्यों में जाकर बिक्री करना बगैर प्रभाव के संभव नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि एक समाचार पत्र द्वारा इस सैकेंडल का खुलासा किया जा चुका है,मगर इस मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आती। अरोड़ा ने कहा कि पहले भी ऐसे मामलों में अधिकारियों द्वारा जांच कराने जैसे लीपापोती करने के बयान सामने आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल जांच के आश्वासन से काम नहीं चलेगा,इस मामले में संलिप्त कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए।
अरोड़ा ने कहा कि यह भी अफसोस की बात यह है कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है और सत्ता में बैठे लोग इस तरह की कारगुजारी से आपदा में अवसरों तलाश कर रहे हैं। अरोड़ा ने इस मामले में मुख्यमंत्री से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने महंगाई पर कहा कि आज महंगाई चर्मसीमा पर है,दैनिक उपयोग की वस्तुएं जनता की पहुंच से बाहर हैं।सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से विफल रही है। कालाबाजारी बढ़ रही है,लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि आज देश महामारी की चपेट में है सरकार के पास लोगों को इन विकट हालात में राहत देने के लिये कोई ठोस रोडमैप नहीं है। आक्सीजन और वैक्सीन की कमी से मरीजों को जान पर बनी हुई है और दावे किए जाते हैं कि हालात नियंत्रण में है और वैक्सीन आक्सीजन की कोई कमी नहीं है,जबकि वास्तविकता इसके ठीक विपरीत है।
अरोड़ा ने कहा कि हालात इसलिए भी बिगड़ रहे हैं, क्योंकि आक्सीजन और रेमेडसीविर की वजह से लोग दम तोड़ रहे हैं और जान बचाने के लिये लोगों को ब्लैक में प्रति इंजेक्शन 30 से 40 हजार रुपए में खरीदने को विवश होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में पिछले कई दिनों से इंजेक्शनों की उपलब्धता नहीं है।