न्यूज डेक्स इंडिया
अगतरतला। पश्चिम त्रिपुरा के जिलाधिकारी शैलेश कुमार यादव ने सिंघम बनकर जिस अंदाज में दो विवाह समारोह में कार्रवाई को अंजाम दिया,उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर इतनी वायरल हुई कि सरकार को छवि खराब होने की चिंता सताने लगी। आखिरकार वही हुआ जो इस तरह की चिंता के बाद होना लाजिमी हो जाता है और डीएम नप गए।
डीएम के खिलाफ भाजपा के पांच विधायकों ने चीफ सैक्रेटरी को लिखित में कार्रवाई की मांग की थी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कार्रवाई करते हुए डीएम को सस्पेंड कर मुख्य सचिव को इस प्रकरण में रिपोर्ट देने को कहा है। अब यह विवाद केवल किसी सामुदाय के विवाह समारोह में अभद्रता और हलचल पैदा कर उसे बंद कराने तक सीमित नहीं रहा। इसके साइड इफेक्ट भी देखे जा रहे है,इसका बड़ा कारण विवाह समारोह में फेरे कराने आए 70 साल के बुजुर्ग पुरोहित को थप्पड़ मारने और गाली देने की घटना का देशभर का ब्राह्मण समाज विरोध कर रहा है।
डीएम शैलेश कुमार यादव पर आरोप है कि उन्होंने कोविड नियमों का हवाला देते हुए किसी को नहीं बख्शा। पुरोहित को थप्पड़ मारा,विवाह में आमत्रित मेहमानों से अभद्रता की।दुल्हा-दुल्हन से भी बदसलूकी की।अब शैलेश कुमार यादव अपने कार्यों के लिए माफी मांग रहे हैं। यादव ने कहा कि उन्होंने जो किया वह केवल “लोगों के हित और भलाई के लिए” था। यादव ने कहा कि मेरा उद्देश्य किसी को पीड़ा या अपमानित करना नहीं था। इधर इस वायरल वीडियो पर सोशल मीडिया में शैलेश कुमार यादव पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। उन पर हो रहे कमेंट में लोगों का गुस्सा फूट रहा है। कुछ लोग कमेंट में इसे अफसरशाही की मनमर्जी और ठसक को जिम्मेदार बता रहे हैं।