स्वामी ज्ञानानंद से आशीर्वाद लिया भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने
आर्यन/डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 12 अगस्त। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी टीम के साथ बुधवार अचानक गीता ज्ञान संस्थानम में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद का आशीर्वाद लेने पहुंचे। संस्थानम की ओर से कृष्ण कृपा गौशाला के प्रधान हंसराज सिंगला, सरंक्षक मंगत राम जिंदल, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य विजय नरूला, पवन शर्मा व विजय बवेजा ने हुड्डा व उनके साथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। हुड्डा के साथ पूर्व मंत्री हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, लाडवा विधायक मेवा सिंह, प्रो. विरेंद्र, इंपु्रवमैंट ट्रस्ट के पर्व चेयरमैन जलेश शर्मा, तीन बार पार्षद रह चुके नरेंद्र शर्मा निंदी, हरियाणा पंजाबी सभा के प्रधान अशोक मैहता, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व संगठन सचिव सुभाष पाली व कांग्रेस नेता जगदीश राठी संधौला सहित अनेक स्थानीय कांग्रेसी नेता मौजूद थे। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा उनकी टीम के सदस्यों को श्री गीता जी व ठाकुर जी की प्रतिमा भेंट की।
इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संस्थानम परिसर में वृक्षारोपण किया तथा कृष्ण कृपा गौशाला में गौपूजन करने के साथ लड्डू भगवान की पूजा भी की। हुड्डा और उनकी टीम लगभग एक घंटे तक गीता ज्ञान संस्थानम में रूके। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी स्वामी ज्ञानानंद ने भूपेंद्र हुड्डा को संस्थानम के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया कि इस संस्थानम में गीता पर शोध कार्य किया जाएगा। गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति मार्कंडेय आहुजा ने भी हुड्डा तथा उनके साथियों को गीता ज्ञान संस्थानम के बारे जानकारी देते हए बताया कि संस्थानम में गीता संग्रहालय स्थापित किया जाएगा और विश्व भर में जहां भी गीता पर शोध हुआ है उन सबका संग्रहालय में संकलन किया जाएगा।
इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि वे चंडीगढ से दिल्ली की ओर जा रहे थे कि अचानक उनके मन में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद से जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आशीर्वाद लेने का विचार आया। हुड्डा ने कहा कि श्री गीता जी उनको अति प्रिय है और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने गीता ज्ञान संस्थानम स्थापित कर बडा ही सराहनीय कार्य किया है। संस्थानम में गीता पर शोध होगा जिससे काफी लाभ मिलेगा। हुड्डा ने कहा कि स्वामी जी एक नेक लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। गीता से अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने प्रेरणा ली थी। इस प्रकार गीता संग्रहालय स्थापित करना और उस पर शोध करने से गीता के बारे में ओर अधिक जानकारी प्राप्त होगी। उन्होने कहा कि गीता में अथाह भंडार भरा पडा है स्वामी ज्ञानानंद गीता, गाय और श्री कृष्ण के प्रति समर्पित हैं। उनका शौभाग्य है कि आज जन्माष्टमी के दिन उन्हे गीता मनीषी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। हुड्डा ने स्वामी ज्ञानांनद द्वारा गीता संस्थानम की स्थापना करने की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वामी जी भारतीय परंपरा के उच्च कोटि के संत हैं।