कोरोना के कारण श्रद्धालुओं की संख्या कम लेकिन नियमों की पालना करते हुए पहुंचे श्रद्धालु
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 12 अगस्त। कोरोना महामारी संक्रमण से सावधानी के साथ धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण जन्मष्टमी के अवसर दूसरे दिन भी मंदिरों से लेकर घरों तक श्रद्धालुओं की खूब धूम रही है। लेकिन इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में कोरोना संक्रमण के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ काफी कम रही है। भगवान श्री कृष्ण के मुखारविंद से कर्म के संदेश की भूमि के मंदिरों में इस बार 11 तथा 12 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई है। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाने वाला जन्माष्टमी का पर्व जयराम विद्यापीठ बेहद ही विशेष होता है। जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला के अनुसार श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी के निर्देशानुसार विद्यापीठ के सेवकों द्वारा मंदिरों दर्शन करने व पूजन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सैनिटाईज करने के साथ अन्य सावधानियां रखने का भी विशेष ध्यान रखा गया। मंदिरों में अधिक भीड़ जमा नहीं होने दी गयी। विद्यापीठ के आचार्य पंडित राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री के अनुसार जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के अवतार के रूप में करीब 5000 साल पहले धरती पर जन्म लिया था। पंचांग गणना के अनुसार भगवान कृष्ण का जब जन्म अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था।