न्यूज डेक्स राजस्थान
जयपुर। जयपुर जिले के प्रभारी सचिव तथा जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बुधवार को शासन सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जयपुर जिले में कोरोना पर नियंत्रण एवं संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की। पंत ने वीसी के दौरान जयपुर जिले में स्थित 23 ब्लॉक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) को भी कोविड केयर सेंटर में परिवर्तित किये जाने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी सचिव ने वीसी में सीएम हैल्पलाईन-181 पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण को लेकर भी जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि सीएम हैल्पलाईन सहित अन्य माध्यमों से कोरोना के उपचार, ऑक्सीजन आपूर्ति और रेमडेसिविर सहित अन्य दवाओं की उपलब्धता के बारे में प्राप्त होने वाले प्रकरणों का तत्परता से निस्तारण करते हुए लोगों को हरसम्भव मदद उपलब्ध कराई जाए।
एसीएस ने वीसी में जिले में कोरोना के उपचार एवं रोकथाम सम्बंधी व्यवस्थाओं के लिए नियुक्त सभी नोडल अधिकारियों द्वारा की जा रही कार्यवाही के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने जिला कलक्टर तथा जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त के स्तर पर भी नोडल अधिकारियों के अधीन आने वाले अस्पतालों की व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं और उनके द्वारा मरीजों से चार्ज की जा रही दरों पर भी बराबर नजर रखें, निर्धारित दरों से अधिक वसूली का कोई भी प्रकरण सामने आने पर सम्बंधित अस्पताल प्रशासन की जवाबदेही तय की जाए।
इसके अलावा पंत ने जयपुर में हर घर में टीम गठित कर सर्वे करने व आई.एल.आई. के लक्षणों वाले मरीजों के लिए दवाइयों के किट डोर टू डोर मुफ्त वितरित किये जाने के निर्देश दिए। वीसी में विभिन्न अस्पतालों में बैड्स व ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए इसके बारे में लोगों को ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध कराने की भी समीक्षा की गई।
वीसी में जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त गौरव गोयल, वाणिज्यिक कर आयुक्त रवि जैन, जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा के अलावा जिला प्रशासन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।