भगवान भोलेनाथ की शरण में है सृष्टि की बड़ी से बड़ी विपत्ति से मुक्ति : आचार्य लेखवार
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। सृष्टि में चाहे कितने से कितना बड़ा कष्ट अथवा विपत्ति हो भगवान भोलेनाथ की शरण में हर विपत्ति अथवा दुःख से मुक्ति मिलती है। ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में देशभर में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से निरंतर कोरोना महामारी से मुक्ति, मानव समाज की रक्षा एवं विश्व कल्याण की भावना से हवन यज्ञ के साथ अनुष्ठान किया जा रहा है।
शनिवार को भी रोहित कौशिक एवं आचार्य राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री ने यजमान मोहन प्रकाश गुप्ता, वीना गुप्ता, गौरव, श्वेता, सूरज जिंदल व गरिमा के लिए विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ विद्यापीठ में स्थित श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर पूजन करने के उपरांत रुद्राभिषेक सम्पन्न करवाया। कोरोना से मानव समाज की रक्षा के लिए मंदिर परिसर में निरंतर 11 ब्राह्मणों द्वारा महामृत्युंजय जाप भी चल रहा है।
जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि विद्यापीठ में आमजन और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद हैं। ऐसे में सर्वकल्याण की भावना से यजमान परिवारों की मनोकामना के लिए विद्यापीठ के ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा पूजन किया जा रहा है। आचार्य लेखवार ने कहाकि भगवान भोलेनाथ की महिमा इतनी है कि शिव शक्ति से सभी समस्याओं एवं कष्टों की समाप्ति के साथ जीवन सुखों का संचार होगा। भगवान भोलेनाथ कोरोना महामारी का भी अंत करेंगे।