न्यूज डेक्स पंजाब
चंडीगढ़।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज प्रधानमंत्री को ऑक्सीजन का कुल कोटा बढ़ाकर 300 मीट्रिक टन करने और राज्य के लिए वैक्सीन की ज़रूरी सप्लाई यकीनी बनाने की अपील की है क्योंकि राज्य इस समय ऑक्सीजन और वैक्सीन, दोनों की कमी का सामना कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में कोविड की स्थिति जानने और इस संकट से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों बारे मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की जिस दौरान मुख्यमंत्री ने उनके समक्ष ये मसले उठाए।
बाद में मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि राज्य में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने और पंजाब में वैक्सीन की ख़ुराक भेजने को यकीनी बनाने के लिए केंद्र सरकार तत्काल कदम उठाएगी जिससे राज्य सरकार को महामारी की दूसरी घातक लहर के साथ पैदा हुई स्थिति से निपटने में सहायता मिलेगी।
वैक्सीन के सम्बन्ध में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य अभी तक 18-45 साल की उम्र वर्ग के लिए टीकाकरण के तीसरे चरण को शुरू नहीं कर पाया जो अब एक लाख ख़ुराकों की सप्लाई के बाद सोमवार से सरकारी अस्पतालों में शुरू की जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि 45 साल से अधिक उम्र वर्ग के लोगों के लिए भी वैक्सीन की ख़ुराक की कमी है और चाहे 1.63 लाख ख़ुराकें आज पहुँचने की उम्मीद है जो राज्य की ज़रूरतों के मुताबिक काफ़ी नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने मोदी को बताया कि कोविड के गंभीर बीमार मरीजों के केस बढ़ने के कारण राज्य को 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की तत्काल ज़रूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि इनमें से बहुत से मरीज़ दिल्ली -एन.सी.आर. समेत अन्य राज्यों से आ रहे हैं। राज्य की मृत्युदर ज़्यादा है और एल-2 और एल-3 स्वास्थ्य संस्थाओं (सरकारी और प्राईवेट) में पिछले तीन हफ़्तों से मामलों में बड़ा विस्तार हुआ है जिस कारण ऑक्सीजन की माँग बढ़ रही है।
उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल तक ऑक्सीजन की माँग 197 मीट्रिक टन थी जो 8 मई को बढ़कर 295.5 मीट्रिक टन तक पहुँच गई है। उन्होंने आगे कहा कि टैंकरों की कमी से स्थिति और गंभीर हो गई और एल.एम.ओ. कोटा बढ़ाने और पंजाब के लिए और अधिक टैंकरों की सप्लाई के लिए केंद्र की मदद की ज़रूरत है जिससे इस संकट पर काबू पाया जा सके।
बाद में एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य सचिव हुस्न लाल ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव को लिखे एक पत्र में कहा कि हालांकि राज्य ने भारत सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक अस्पतालों की तरफ से ऑक्सीजन के उचित प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं परन्तु माँग बढ़ने के मद्देनज़र ऑक्सीजन का कोटा 300 मीट्रिक टन तक बढ़ाने की ज़रूरत है।
इसी तरह पंजाब को सिर्फ़ चार ऑक्सीजन टैंकर ही दिए गए हैं जिनमें से दो टैंकर अभी कार्यशील नहीं हुए। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य के 227 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के आवंटन में से 40 प्रतिशत कोटा बोकारो (झारखंड) से अलॉट किया गया है जहाँ ऑक्सीजन के यातायात के लिए तीन से पाँच दिन का समय लगता है जिस कारण उन्होंने राज्य सरकार की तरफ से कुल 20 टैंकरों कि की गई माँग के विरुद्ध तत्काल आधार पर कम-से-कम 8 और टैंकर अलॉट किये जाने की अपील की है।