एसीएस राजीव अरोड़ा ने कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, यमुनानगर जिलों की समीक्षा की
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 13 अगस्त। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित क्षेत्रों में प्रशासनिक अधिकारियों को पूरा फोकस रखना होगा। इस क्षेत्र में कोरोना से संक्रमित लोगों को सिम्टम और जरुरत के अनुसार अस्पताल, कोविड केयर सेंटर, होम आईसोलेशन में रखा जाए। इस क्षेत्र में कोरोना से संक्रमित लोगों की चैन में सैम्पल लिए जाए और पूर्णत सावधानी बरती जाए ताकि कोरोना वायरस का फैलाव ना हो सके। एसीएस राजीव अरोड़ा वीरवार को देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत व यमुनानगर जिलों के डीसी, एसपी, एडीसी, एसडीएम, सीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कोविड-19 को लेकर किए कार्यों और भावी योजनाओं की समीक्षा को लेकर एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
इस बैठक में एसीएस ने सभी जिलों के डीसी, एसपी, एडीसी, सीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों से व्यक्तिगत रुप से बातचीत कर जिलों में कोविड-19 को लेकर किए कार्यों और भावी योजनाओं की फीडबैक रिपोर्ट हासिल की। इतना ही नहीं इस दौरान कोरोना के संक्रमण के बचाव और रोकथाम करने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए। इन तमाम अधिकारियों से फीडबैक लेने के बाद एससीएस राजीव अरोड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आशा वर्कर और उनकी टीम द्वारा गांवों और वार्डों में जाकर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान करने के लिए सर्वे का काम किया जाएगा।
इस सर्वे के जरिए स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना सिम्टम वाले लोगों के अधिक से अधिक टेस्ट कराने के लक्ष्य को पूरा करेगी। इस दौरान अन्य बिमारियों से पीडि़त लोगों की पहचान भी की जाएगी, ताकि सभी का इलाज किया जा सके और जिलों में लगातार बढ़ रहे पाजिटिव केसों और मृत्युदर को कम किया जा सके। यह तभी संभव हो पाएगा जब सर्वे करके अधिक से अधिक लोगों के सैम्पल लिए जाएंगे। इसलिए सभी जिले सैम्पल लेने की संख्या को बढ़ाना सुनिश्चित करे।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को सिविल अस्पताल के साथ-साथ सीएचसी और पीएचसी स्तर पर भी फ्लू क्लीनिक में लोगों को चैक करना सुनिश्चित करे। सभी उपायुक्त अपने-अपने सब डिवीजन के एसडीएम को पीएचसी और सीएचसी स्तर पर चिकित्सकों के साथ कोरोना वायरस को रोकने के लिए तैयार की गई योजना पर नियमित रुप से चर्चा करे और सीएमओं आईएमए के साथ बैठक करना सुनिश्चित करे।
इतना ही नहीं उपायुक्त रोजाना 1 घंटा कोरोना मैनेजमेंट प्लानिंग पर फोकस रखे और नियमित रुप से फीडबैक लेकर कमियों को दुरुस्त करना सुनिश्चित करे। इसके अलावा मोबाईल टीमों के माध्यम से भी सिम्टोमैटिक लोगों को चैक किया जाए और उनकी सैम्पलिंग भी करवाई जाए। उन्होंने कहा कि जिलों से आसपास के राज्यों में ट्रैवल करने वाले लोगों पर पूरा फोकस रखा जाए, उनकी ट्रैवल हिस्टरी पर भी पूरी नजर रखी जाए। हर जिले में यूनिट लेवल कमेटी को पूरी तरह एक्टिव रखना है और उनसे नियमित रुप से फीडबैक भी लेनी है। सभी अधिकारियों को रिपोर्टिंग पर फोकस रखने की बजाए एनालाईसेस करने पर ध्यान देना चाहिए।
जिस क्षेत्र में पाजिटिव केस सामने आए, उस क्षेत्र में सभी टीमों को संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए। जिन लोगों को क्वांराटाईन किया जाए उनको स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किट मुहैया करवाई जाए ताकि इस किट की पाठय सामग्री से व्यक्ति अपना बचाव खुद भी कर सके। इसके अलावा आयुष विभाग की तरफ से बुस्टिंग किट भी वितरित की जाए। राज्य सरकार की तरफ से प्रत्येक जिले को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है, सभी के सांझे प्रयासों से कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सकता है।
हरियाणा खाद्य एवं औषधी प्रशासन के आयुक्त अशोक कुमार मीणा ने कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और यमुनानगर जिलों के कोरोना वायरस से सम्बन्धित डाटा को विस्तार से रखते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पाजिटिव केस की चैन में आने वाले सभी लोगों के सैम्पल लेने है और 72 घंटे के अंदर इस कार्रवाई को अंजाम देना है। इसके अलावा लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरुक करना है और मास्क न पहनने वाले व्यक्ति का चालान करना है तथा सभी सीएमओ को अपने-अपने जिलों में कोरोना सैम्पलों के आंकड़े को बढ़ाना है।
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव प्रभजोत सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गांवों और शहरों में सर्वे करवाया जाएगा। इस अभियान के दौरान अधिका लोगों के टेस्ट करने है। इसके अलावा उन्होंने आरोग्य सेतु एप के प्रति लोगों को जागरुक करने और डाउनलोड़ करवाने पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आरोग्य सेतु एप के अलावा संजीवनी एप के बारे में भी लोगों को जागरुक किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डा. सूरजभान काम्बोज व स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा की निदेशिका डा. उषा गुप्ता ने भी अपने विचार रखे। उपायुक्त ने धीरेन्द्र खडगटा ने कुरुक्षेत्र जिले में कोरोना वायरस को लेकर किए गए तमाम कार्यों और गतिविधियों पर प्रकाश डाला और कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे है।बाक्सटोल फ्री नम्बर 1075 पर आम नागरिक डाक्टरों से कर सकता है।
राजीव अरोड़ा ने कहा कि कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 1075 टोल फ्री टेली मेडिसन सेवाएं दी जा रही है। इस टोल फ्री नम्बर पर कोई भी व्यक्ति फोन करके डाक्टरों की सलाह ले सकता है। इतना ही नहीं इस फोन नम्बर से बिमार व्यक्ति की काउसलिंग भी की जाती है। इस नम्बर पर मानसिक रोग विशेषज्ञ उपलब्ध रहते है।बाक्स2023 तक प्रदेश को टीबी रोग से मुक्त करने का लक्ष्यएसीएस ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ वर्ष 2025 तक हरियाणा प्रदेश को टीबी रोग से मुक्त प्रदेश बनाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि इस लक्ष्य को वर्ष 2023 तक पूरा कर लिया जाए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ सभी विभागों के अधिकारी एक साथ मिलकर कार्य करेंगे।
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कोरोना के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्यक्रमों पर भी रखना होगा फोकस
एसीएस ने कहा कि कोरोना वायरस ने एक वैश्विक महामारी का रुप धारण कर लिया है। इस महामारी के बचाव और रोकथाम के लिए हरियाणा प्रदेश के सभी अधिकारी एक प्लेटफार्म पर आकर काम कर रहे है। इस महामारी में एक साथ स्वास्थ्य विभाग ही नहीं अन्य विभागों के अधिकारियों का काम करना एक इतिहास है। इस महामारी के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को डेंगू, मलेरिया, हेपेटाईटिस बी जैसी अन्य बिमारियों पर भी पूर्णत: फोकस होकर काम करना होगा।
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होम आईसोलेशन वाले व्यक्ति से वीडियो काल से करे चिकित्सक बात
एसीएस ने कहा कि घरों में आईसोलेशन करने वाले व्यक्तियों पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूर्णत: फोकस रखना होगा, जहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और चिकित्सक होम क्वारांटाईन व्यक्ति से बातचीत करे और यह भी प्रयास भी किया जाए की होम आईशोलेशन वाले व्यक्ति से चिकित्सक वीडियो काल से बातचीत करे ताकि होम आईशोलेशन वाले व्यक्ति की काउसलिंग की जा सके और उसका पूरा ध्यान रखा जा सके।