न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।कोरोना माहमारी के बढ़ रहे प्रकोप के मद्देनजर नई अनाज मंडी के आढ़तियों ने मंडी में 21 मई से 25 मई तक पूर्ण लॉकडाउन रख मंडी बंद करने का फैसला लिया।नई अनाज मंडी की दोनों आढती एसोसिएशनों आढती वैल्फेयर एसोसिएशन व द न्यू फूडग्रेन डीलर्स वैल्फेयर एसोसिएशन ने संयुक्त तौर पर मंडी में कोरोना संक्रमण फैलने के चलते हो रही आढतियों की मौतों के मद्देनजर 21 मई से 25 मई तक लगातार 5 दिन पूर्ण तौर पर मंडी में अपने स्तर पर पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया।
आढती वैल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यवान रेढू उर्फ सत्तू व द न्यू फूडग्रेन डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील सिहाग ने बताया कि उन्होंने मिलकर मंडी हित में यहां पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है और इस दौरान कोई आढती, मुनीम व मजदूर मंडी में नहीं आएगा। सभी आढती पांचों दिन अपनी दुकानें बंद रखकर घरों में ही रहेंगे और कोई अपने घरों से बाहर नहीं निकलेगा।
उन्होंने बताया कि मंडी में कोरोना संक्रमण कम नहीं हुआ तो वो अपने स्तर पर लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का भी फैसला ले सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन व मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों से मांग की कि नई अनाज मंडी के आढतियों को भी कोरोना वॉरियर्स की श्रेणी में डालकर उन्हें कोरोना से बचाव के लिए मंडी में कैम्प लगाकर को-वैक्सिन लगवाई जानी चाहिए और मंडी की सभी दुकानों, मकानों व शैडों को अंदर व बाहर से सैनेटाइज करवाया जाना चाहिए क्योंकि कोरोना लहर के दौरान उन्होंने मजदूर, मुनीमों व किसानों के मध्य रहकर खरीफ व रबी सीजन में फसल सम्बंधी कार्य किया है, इसलिए उन्होंने मंडी के सभी आढतियों, मुनीमों, मजदूरों, मार्कीट कमेटी स्टाफ कर्मचारियों व इन सभी के परिजनों के कोरोना टैस्ट जिला प्रशासन द्वारा फ्री में करवाए जाने चाहियें।
इसके अलावा मार्केटिंग बोर्ड द्वारा मंडी में सभी को सैनेटाइजर, मास्क, दस्ताने व कोरोना किट मुफ्त में बंटवानी चाहियें, जो बोर्ड ने मंडी में अभी तक एक बार भी नहीं बांटी हैं। उल्लेखनीय है कि बीते एक महीने के भीतर मंडी में करीब आधा दर्जन से अधिक आढती कोरोना के चलते मृत्यु की शैया में सवार हो चुके हैं और कई आढती, मुनीम, मजदूर व उनके परिवार कोरोना के लक्षण बुखार, खांसी व जुकाम इत्यादि बीमारियों से ग्रस्त हो चुके हैं।