कुरुक्षेत्र के आयुष विश्वविद्यालय में नेशनल इंपोर्टेंस आफ आयुष मेडेसिन एंड रिसर्च सेंटर स्थापित करने का होगा प्रयास
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखा जाएगा प्रस्ताव
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारियों का भारतीय चिकित्सा पद्घति के अनुसार इलाज व शोध देश के प्रथम आयुष विश्विद्यालय में होना चाहिए। इसके लिए कुरुक्षेत्र के श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में नेशनल इंपोर्टेंस आफ आयुष मेडेसिन एंड रिसर्च सेंटर की स्थापना होनी चाहिए।
विधायक सुभाष सुधा ने शनिवार को बातचीत करते हुए कहा कि पूरे विश्व में पिछले साल से कोरोना वायरस से करोड़ों नागरिक पीडि़त हुए है। इस महामारी के इलाज हेतु दुनिया भर के वैज्ञानिक दवाई बनाने के लिए शोध कर रहे है। फिलहाल वैक्सीन ही एक मात्र उपाय सामने आया है। इस प्रकार की बिमारियों का इलाज करने के लिए भारतीय चिकित्सा पद्घति को भी अपनाया जाना चाहिए। परंतु इसके लिए देश में भारतीय चिकित्सा पद्घति पर इलाज व शोध करने के लिए एक संस्थान की भी स्थापना होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से कुरुक्षेत्र में देश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। इसलिए इस आयुष यूनिवर्सिटी में कोरोना जैसी बिमारियों के इलाज के लिए नेशनल इंपोर्टेंस आफ आयुष मेडेसिन एंड रिसर्च सेंटर जैसे संस्थान में शोध का कार्य किया जाए ताकि इस आयुष यूनिवर्सिटी में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग. प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्घ विभाग मिलकर इलाज पर शोध कर खोज कर सके। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखा जाएगा और विशेषज्ञों की राय लेने के बाद केंद्र सरकार के माध्यम से इस प्रकार के संस्थान की स्थापना कुरुक्षेत्र में किए जाने के प्रयास किए जाएंगे।