न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,15 अगस्त। गीता ज्ञान संस्थानम में स्वतंत्रता दिवस समारोह देशभक्ति से ओतप्रोत होकर मनाया गया। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने ध्वजारोहण किया। कृष्ण कृपा परिवार और जीओ गीता द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय पर्व में जीओ गीता के राष्ट्रीय महामंत्री प्रदीप मित्तल फरीदाबादा,रिमपेश शर्मा गुरुग्राम,हंसराज सिंगला,सतपाल सिंगला,महेंद्र सिंगला,एमके मौद्गिल,मंगत जिंदल,विजय नरुला,श्याम आहुजा,गणपतराय माटा तथा विजय बवेजा सहित संस्थान से जुड़े सदस्यों ने भाग लिया।
ध्वजारोहण के पश्चात अपने संबोधन में स्वामी ज्ञानानंद जी ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस का नाम आते ही प्रत्येक देशवासी के मन में उल्लास का भाव पैदा होता है। आज के दिन भारत वर्ष लंबी गुलामी के पश्चात आजाद हुआ था। इस आजादी के लिये भारत के अनेक वीर सपूतों ने तरह तरह की यात्नाएं सही,कुर्बानियां दी,जिससे पश्चात ही भारत वासियों को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। स्वामी जी ने देश की स्वतंत्रता के लिये कुर्बानी देने वाले शहीदों को नमन करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत का गौरव बढ़ाया और ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों को हमे हमेशा याद करना चाहिये।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले सेनानियों के गीता एक प्रेरणा ग्रंथ रहा,जिसे हाथों में लेकर उन्होंने जेल में रहते हुए ना केवल गीता पढ़ी,बल्कि गीता पर कुछ ना कुछ लिखा और कई वीर सपूतों में फांसी के तख्त पर चढ़ते हुए अपने साथ गीता को रखा। स्वामी जी ने देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों का भी अभिनंदन किया। उन्होंने स्वदेशी अपनाने पर बल देते हुए कहा कि प्रत्येक भारतवासी को स्वदेशी संस्कार,स्वदेशी परंपराएं और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना चाहिये। उन्होंने कहा कि भारत एक फिर विश्वगुरु बने इसके लिये आज देश में अनुकूल माहौल है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे भारत का गौरव बढ़ाने के लिये अपने कर्तव्यों का पालन करें।