कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर रोकने के लिए हमें जागरूक रहना होगा
एक जून से वैक्सीनेशन सहज, सुलभ, सरल होगा
वैक्सीनेशन संबंधी भ्रांति को जागरूकता अभियान चलाकर करें दूर
मुख्यमंत्री ने सागर संभाग के क्राइसिस मैनेजमेंट सदस्यों से की चर्चा
न्यूज डेक्स इंडिया
भोपाल। संपूर्ण बुंदेलखंड को 31 मई तक कोरोना मुक्त करके शर्तों के अनुसार अनलॉक करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। साथ ही वैक्सीनेशन के प्रति फैले भ्रम को जागरूकता अभियान चलाकर दूर करना होगा और तीसरी लहर के लिए भी हम सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर संभाग की क्राइसिस मैनेजमेंट बैठक में सदस्यों से चर्चा करते हुए कही।
मुख्यमंत्री चौहान ने संभाग के समस्त जिलों में गठित क्राइसिस मैनेजमेंट की कमेटी के सदस्यों से वर्चुअल कान्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग से हमें 31 मई के पूर्व कोरोना संक्रमण से निजात पाना है। आपके सहयोग से ही तीसरी लहर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिससे तीसरी लहर को रोका जा सके ।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, वैक्सीनेशन के प्रति फैले भ्रम को दूर करने के लिए आप सभी जन-जागरूकता अभियान चलाकर सभी को प्रेरित करें कि वे वैक्सीनेशन अवश्य कराएँ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 1 जून से अधिक से अधिक वैक्सीनेशन कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि, वैक्सीनेशन कराने के पश्चात कुछ लोगों को हल्का बुखार आता है परंतु इस हल्के बुखार से डरने की आवश्यकता नहीं है। यह अन्य किसी वैक्सीनेशन के बाद होने वाली आम प्रतिक्रिया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, वैक्सीनेशन को लेकर अनेक प्रकार की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इसको लेकर मंगलवार को भोपाल में बैठक कर वैक्सीनेशन को और सुलभ एवं सरल करने के लिए समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की जाँच अधिक से अधिक लोग करवायें। मैं भी प्रत्येक सप्ताह अपनी जाँच करवाता हूँ।
मुख्यमंत्री चौहान ने जन-कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित हुए परिवारों को तत्काल लाभ देने के निर्देश दिए हैं। जिन बच्चों के माता-पिता का संक्रमण के कारण निधन हो गया है उन बच्चों के खातों में 30 मई तक 5000 रुपये की राशि हस्तांतरित करने के लिए समस्त प्रस्ताव तैयार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए ड्यूटी पर नियुक्त किए गए शासकीय कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु होती है, तो संबंधित परिवार के सदस्य को तत्काल उसी पद पर अनुकंपा नियुक्ति एवं परिवार को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी।