किसानों के धरने पर मनाएंगे आज बुद्ध पूर्णिमा
न्यूज डेक्स संवाददाता
उचाना।तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को बुधवार को छह महीने होंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों के धरने पर बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाएगी। छह महीने धरने के होने पर किसान हाथों पर काली पट्टी बांध कर आएंगे तो महिलाएं काली चुनरी ओढ़ कर धरने पर पहुंचेंगी।
खेड़ा खाप प्रधान सतबीर बरसोला ने बताया कि आज किसान कुंभकर्णीय नींद सो रही है। छह महीने से किसान आंदोलन अपनी मांगों को लेकर कर रहे है। पीएम नरेंद्र मोदी कह चुके है कि वो किसानों से एक कॉल की दूरी पर है। आज तक किसानों को वो नंबर मिला जिस पर काल कर सकें। संयुक्त किसान मोर्चा पत्र भी जो वार्ता बंद हुई थी केंद्र सरकार के साथ उसको शुरू करने के लिए लिख चुका है।
7 साल भााजपा को केंद्र में आए हो चुके है लेकिन किसान हित में कोई कदम नहीं उठाया। सत्ता में आने से पहले कहते थे स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करेंगे। इस रिपोर्ट को लागू करना तो दूर तीन कृषि कानून बनाए दिए जो किसान, खेती के लिए काले है।किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि 18 साल से 45 साल तक की उम्र वालों को कोरोना वैक्सीन अब साथ में पंजीकरण कर लगाने का प्रचार किया जा रहा है।
किसानों के धरने पर 18 साल से 45 साल तक वाले वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार है लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है। इससे साफ है कि वैक्सीन ही नहीं है। प्रचार, प्रसार ही सरकार कर रही है लेकिन धरातल पर कुछ नहीं है। किसान कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार है लेकिन कोरोना टेस्ट किसान नहीं करवाएंगे। धरने को हर रोज सेनिटाइज किया जाता है तो सभी नियम किसान यहां मानते है।
मंगलवार को धरने की अध्यक्षता जंगीर पालवां ने की। सांकेतिक अनशन पर मेवा सिंह छापड़ा, केहर सिंह बड़ौदा, इंद्र सिंह बरसोला, टेकराम खटकड़, रणधीर सिंह रामराय खेड़ा रहे। इस मौके पर सांगवान खाप के प्रधान सोमवीर सांगवान, शीला सांगवान, रणधीर, कुलबीर मलिक, लीला छापड़ा, मेवा करसिंधु, संदीप बड़ौदा, राजेश छातर, कविता खरकरामजी, प्रियंका, गीता, अनीता मौजूद रही।