किसी के साथ नहीं की कोई मारपीट-एसएचओ
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।व्यापारी प्रतिनिधियों की एक आवश्यक बैठक हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सिटी एसएचओ द्वारा अपने पुलिस कर्मचारियों के साथ मिलकर करियाना व्यापारी पवन कुमार व अन्य व्यापारियों की दुकान से समान उठाने और पवन कुमार से मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उनको सस्पेंड करने की मांग की।
इस मामले में व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने जींद के 15 व्यापारी प्रतिनिधियों की कमेटी गठन की है। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने व्यापारियों कि मीटिंग लेने के उपरांत पत्रकार वार्ता में कहा कि सिटी एसएचओ द्वारा व्यापारी से मारपीट करना, करियाना व्यापारी का दुकान से सामान उठाना निंदनीय है। व्यापारियों ने बताया कि सिटी एसएचओ का रवैया हमेशा ही तानाशाही रहा है जबकि व्यापारी कोई अपराधी नहीं है।
व्यापारी सम्मानित व्यक्ति है और सरकार को करोड़ों रुपए टैक्स के रूप में देता है जो व्यापारी देश व प्रदेश में करोड़ों रुपए टैक्स देकर विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। उस पर सिटी एसएचओ द्वारा व्यापारी पवन कुमार को लाठियों से पीटना व करियाना व्यापारी दीपक मित्तल का समान उठाना सरासर गलत है। जिसे व्यापार मंडल किसी कीमत पर सहन नहीं करेंगा अगर सरकार ने समय रहते हुए सिटी एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो व्यापार मंडल आंदोलन करने पर मजबूर होगा।
एसएसओ द्वारा गलत कार्य करने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व गृह मंत्री अनिल विज को एसएचओ को सस्पेंड करके सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों द्वारा एसडीएम से मीटिंग करके सब्जी मंडी में करियाना की दुकान सुबह 5 से 12 बजे तक खोलने का निर्णय लिया था मगर सिटी एसएचओ द्वारा समय सीमा अवधि के दौरान सब्जी मंडी करियाना व्यापारियों के साथ मारपीट करके, सामान उठाने जैसे निंदनीय कार्य किया है।
प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लगभग 15 महीने से देश व प्रदेश में व्यापार पूरी तरह से ठप्प पड़ा है, जिसके कारण व्यापारियों को बिजली- पानी के बिल, हाउस टैक्स, बैंक ब्याज, बैंकों की किस्तें, कर्मचारियों की तनख्वाह, स्कूल में बच्चों की फीस, घर खर्च आदि करने में बड़ी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि पिछले लॉकडाउन में भी व्यापारियों ने बंद दुकानों के बिजली, पानी के बिल, हाउस टैक्स, बैंक ब्याज, बैंकों की किस्ते आदि देकर भारी नुकसान उठाना पड़ा है मगर सरकार ने कोरोना महामारी में व्यापारियों को किसी प्रकार की राहत नहीं दी, जिसके कारण व्यापारियों में बड़ी भारी नाराजगी है।
प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा सरकार को कम से कम व्यापारियों के दो महीने के बिजली, पानी के बिल व एक साल का हाउस टैक्स माफ करना चाहिए और दो महीने के बैंक ब्याज माफ करने के साथ-साथ बैंकों की किस्त भरने का समय बढ़ाना चाहिए। कोरोना वायरस से मरने वाले पीडि़त परिवार को सरकार द्वारा कम से कम 10 लाख रुपए मुआवजा राशि देने के साथ-साथ आगे व्यापार व उद्योगों को चलाने के लिए राहत पैकेज देना चाहिए ताकि कोरोना महामारी व सरकार की गलत नीतियों से व्यापारी जो नुकसान में चल रहा है उससे उभर सके।
प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि दुकान बंद करने का समय सरकार द्वारा 12 बजे रखा गया है वह उचित नहीं है सरकार को दुकान बंद करने का समय 12 बजे से बढ़ाकर 5 बजे तक करना चाहिए। इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा अध्यक्ष सतवीर सिंह पहलवज, व्यापार मंडल जिला प्रधान महावीर कम्पयूटर, प्रेदश प्रवक्ता राज कुमार गोयल, शहरी प्रधान ईश्वर बंसल, उपप्रधान राधेश्याम बिंदल, साड़ी एसोसिएशन प्रधान सावर गर्ग, रेडीमेट एसोसिएशन प्रधान जयकुमार, व्यापार मंडल जिला उपप्रधान जेडी गोयल, कपडा व्यापार मंडल प्रधान मुनीष गर्ग, इलैक्ट्रोनिक एसोसिएशन प्रधान आनन्द जैन, उपप्रधान जितेन्द्र जैन, व्यापार मंडल सचिव सुरेश गर्ग, सब्जी मंडी प्रधान भालेराम गुप्ता, सिरया राम, निरजन गोयल आदि व्यापारी प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।
मारपीट के आरोप गलत-डॉ सुनील
सब्जी मंडी स्थित करियाना व्यापारी से मारपीट के आरोपों को सिटी एसएचओ डॉ सुनील कुमार ने सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने सुबह 7 से 12 बजे तक दुकानें खोलने की हिदायत लॉक डाउन में जारी की है। इसके विपरीत कुछ दुकानदार सुबह 4-5 बजे ही दुकान खोलकर या फिर दोपहर 12 बजे के बाद लोक डाउन के नियों का उल्लंघन करते हैं। बार-बार कहने के बावजूद नहीं माने तो नियमों की पालना करवाने में कुछ सख्ती तो दिखानी ही पड़ती है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा किसी भी दुकानदार के साथ किसी भी तरह का अमानवीय कृत्य नहीं किया गया है। यदि किसी को कोई शिकायत है तो विरोध करना व शिकायत करने उसका हक है।