तकरीबन 15 करोड़ रुपए की 12.45 लाख ट्रामाडोल कैप्सूल
7.72 लाख ट्रामाडोल गोलियां और 9.99 लाख ऐलप्रैक्स (ऐलप्राज़ोलम) की गोलियां बरामद: डीजीपी पंजाब
न्यूज डेक्स पंजाब
चंडीगढ़/अमृतसर। एक और बड़ी कार्यवाही करते हुए पंजाब पुलिस ने कल देर शाम हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जि़ले के पौंटा साहिब में एक ग़ैर-कानूनी स्टोरेज फैक्ट्री ‘यूनीक फॉम्युलेशन’ में छापेमारी के दौरान ट्रामाडोल और ऐलप्रैक्स समेत 30 लाख से अधिक नशीली गोलियाँ और कैप्सूल ज़ब्त किए।
पुलिस ने फैक्ट्ररी मालिक को भी गिरफ़्तार कर लिया है, जिसकी पहचान मुनीश मोहन के तौर पर हुई है, जोकि पौंटा साहिब, सिरमौर के देवी नगर का निवासी है। डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब दिनकर गुप्ता ने बताया कि नशे के विरुद्ध चल रही मुहिम के हिस्से के तौर पर सीनियर पुलिस सुपरीटेंडैंट (एसएसपी) ध्रुव दहिया के नेतृत्व अधीन अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने हिमाचल प्रदेश स्थित एक फैक्ट्री में गैर-कानूनी ढंग से दवा बनाने और सप्लाई करने सम्बन्धी मामले का पर्दाफाश किया है।
उन्होंने बताया कि 18 मई, 2021 को तीन व्यक्तियों के पास से 50,000 ट्रामाडोल गोलियां बरामद करने की जांच के हिस्से के तौर पर स्टेशन हाऊस अफ़सर (एसएचओ) मत्तेवाल लवप्रीत सिंह और सब इंस्पेक्टर गुरविन्दर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने स्थानीय हिमाचल प्रदेश पुलिस और सिरमौर के स्थानीय ड्रग इंस्पेक्टर की मौजूदगी में फैक्ट्री में छापा मारा। उन्होंने बताया कि अमृतसर से दो ड्रग इंस्पेक्टर सुखदीप सिंह और अमरपाल मल्ली भी छापेमारी करने वाली टीम के साथ थे।
डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने हिमाचल प्रदेश में चलाई जा रही ग़ैर-कानूनी फैक्ट्री में से 12.45 लाख ट्रामाडोल कैप्सूल, 7.72 लाख ट्रामाडोल गोलियां, 9.99 लाख ऐलप्रैक्स (अलप्राज़ोलम) गोलियां बरामद की हैं, जिनकी कीमत तकरीबन 15 करोड़ रुपए है।
उन्होंने कहा कि फैक्ट्री को सील किया जा रहा है और पकड़े गए अपराधी को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के उपरांत पंजाब लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यवाही के दौरान एएसपी मजीठा अभिमन्यु राणा और डीएसपी डिटैक्टिव गुरिन्दर नागरा ने अहम भूमिका निभाई।
एसएसपी ध्रुव दहिया ने बताया कि जि़क्रयोग्य है कि एफआईआर नं. 51/2021 एनडीपीएस एक्ट की धारा 22, 29, 61, 85 के अंतर्गत इस सम्बन्धी केस पहले ही अमृतसर ग्रामीण के मत्तेवाल पुलिस स्टेशन में दर्ज है और मामले की अगली जाँच जारी है।
इससे पहले 2020 में, पंजाब पुलिस ने नरेला (दिल्ली) के न्यूटैक फार्मा गोदाम से ट्रामाडोल और क्लोविडोल समेत 2.8 करोड़ नशीली गोलियाँ और कैप्सूल ज़ब्त करने के उपरांत फार्मा द्वारा किए जा रहे ग़ैर-कानूनी कारोबार का पर्दाफाश किया था और पुलिस ने कृष्ण अरोड़ा और उसके बेटे गौरव अरोड़ा समेत दिल्ली से गोदाम के मालिकों को भी गिरफ़्तार किया था।