आंधी से फिर उड़ा बदोवाल टोल प्लाजा पर किसानों द्वारा लगाया टैंट, किसानों के हौंसले ज्यों के त्यों
न्यूज डेक्स संवाददाता
नरवाना। संयुक्त किसान मार्चा के सदस्य गुरनाम सिंह चढूनी ने बदोवाल टोल प्लाजा पर कहा कि किसान के तप को देखकर भी केन्द्र भाजपा सरकार की आत्मा नहीं जाग रही है। जिस कारण किसानों को प्राकृतिक आपदाओं को झेलते हुए अपना आंदोलन जारी रखना पड़ रहा है। चढूनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीति दंगे करवाने की रही है कि लेकिन किसान आंदोलन की शांति को देखकर भाजपा के हाथ पैर फु ले हुए हैं। क्योंकि सरकार का कोई भी तंत्र मंत्र आंदोलन को बिखेरने में काम नहीं आ रहा।
उन्होंने ने कहा कि किसान प्रकृति की चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढऩे का हुनर जाता है तो फिर सरकार क्या जीच है। सरकार तो देश की जनता ने ही बनाई है। लेकिन आज हमें ये कहते हुए बड़ा अफसोस है कि हमारे देश की सरकार भाजपा चला रही है। क्योंकि जो पार्टी जनता की बात ही सुनना नहीं जानती हो तो उसे सत्ता की कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं होता।
चढूनी ने कहा कि सरकार ने किसानों से वार्तालाप के सभी दरवाजे बंद कर लिए है। इसलिए किसानों को धैर्य के साथ अपने आंदोलन को चलाना होगा। वहीं इससे पहले गुरनाम सिंह चढूनी उझाना गांव में नए कृषि कानूनों के विरोध में तप कर रहे किसान रामभज के पास पहुंचे और उसका हाल चाल जाना। उझाना में गांव में उन्होंने कहा कि आंदोलन का मतलब यहीं होती है कि जिसके खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है उसकी आत्मा को जगाया जाए, उस सदबुद्धि दी जा सके और उसे आभास हो कि आंदोलनकारी जब इतनी तकलीफें सह रहे हैं तो उनकी बात सुनी जाए। लेकिन हमारे देश में इसके उलट सबकुछ हो रहा है। जिस कारण रामभज जैसे किसानों को आगे के धूनों के बीच बैठकर अपना विरोध जताना पड़ रहा है।गौरतलब है उझाना गांव का किसान रामभज पिछले 5 दिनों से नए कृषि कानूनों के विरोध दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक आग के धूनों के बीच बैठकर तप कर रहे हैं।
आंधी में फिर उड़ा किसानों का टैंट:-सोमवार देर रात को आई आंधी में बदोवाल टोल प्लाजा पर लगाया गया किसानों का टैंट फिर से उड़ गया है। लेकिन किसानों के हौंसले ज्यों के त्यों है। धरनाा दे रहे किसानों का कहना है कि आंदोलन के चलते कई बार किसानों के टैंट उखड चुके हैं। लेकिन इसका आंदोलन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। क्योंकि जिस प्रकार किसान खेत में पूरी मेहनत के साथ काम करता ठीक उसी प्रकार किसान आंदोलन की मजबूती के लिए काम कर रहा है। टैंट उड़ गया है तो दौबारा फिर से टैंट लगा दिया जाएगा।