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न्यूज डेक्स संवाददाता पंचकूला,16 अगस्त। चौहत्तरवें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर पंचकूला में आयोजित ‘राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह’ में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शिक्षा, रचनात्मक लेखन, संपादन व समाज सेवा के क्षेत्र में, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान जन सेवा के कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के लिये डॉ. प्रदीप राठौर को सम्मानित किया गया। इस राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के कुशल व प्रभावी संचालन के लिए भी मुख्यमंत्री महोदय ने इनकी पीठ थपथपाई। डॉ.राठौर ने अपनी विशिष्ट अध्यापन शैली से शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाई है। इनकी विशिष्ट उपलब्धियों के कारण हरियाणा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में इन्हें ‘स्टेट अवार्ड’ से भी सम्मानित कर चुकी है। संप्रति वे शिक्षा जगत की महत्त्वपूर्ण पत्रिका ‘शिक्षा सारथी’ पत्रिका का संपादन कर रहे हैं, जिसका वितरण हरियाणा प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालय में किया जाता है। इनके कुशल संपादन में यह पत्रिका न केवल शिक्षण जगत की राष्ट्रीय गतिविधियों का आइना बनी है, बल्कि नवाचारी गतिविधियों के कारण शिक्षक वर्ग में काफी लोकप्रिय हुई है। डॉ.राठौर को सबसे अधिक पहचान उनकी वक्तृत्व कला ने दिलाई है।छोटे से लेकर बड़े कार्यक्रम में उनके द्वारा किया जाने वाला मंच संचालन कार्यक्रम में नई रंगत भरता है, इसी कारण उन्हें अनेक सरकारी विभाग और गैर सरकारी संस्थाएं मंच संचालन के लिए बुलाती हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस समारोह हों,सूरजकुंड का अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला हो या फिर राजधानी दिल्ली में बॉलीवुड का कोई म्यूजिकल शो, हर जगह उनकी मांग रहती है। बकौल डॉ. राठौर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में मंच संचालन करना उनके लिए एक यादगार अनुभव रहा। उनके अनुसार मंच कितना भी खूबसूरत क्यों न हो, प्रस्तुति देने वाले कलाकार कितने भी ऊंचे दर्जे के क्यों न हों, जब तक कार्यक्रम का संचालन उम्दा ढंग से नहीं किया जाता, तब तक कहीं न कहीं कार्यक्रम में फीकापन नजर आता है। बस किसी कार्य को पूरे मनोयोग से वे करने का प्रयास करते हैं। प्रभावी वाणी के साथ-साथ स्वर के उतार-चढ़ाव, अवसर के अनुकूल शब्दों का चयन, संयत पूर्वक अतिरंजित से बचाव, सरकारी कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का ख्याल आदि बातों का ज्ञान एक मंच संचालक और उद्घोषक कार्य के प्रभावी संपादन के लिए अत्यावश्यक है। डॉ राठौर को प्रेरक वक्ता के रूप में न केवल विभिन्न विद्यालयों-महाविद्यालयों व विभिन्न संस्थाओं के कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाता है, बल्कि ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर इस कार्य के लिए उनकी उपस्थिति अनेक बार देखी गई है। ‘शहीद भगत सिंह जागृति मंच’ नामक समाजसेवी संस्था के महासचिव के रूप में कार्य करते हुए वे अनेक समाजसेवी गतिविधियों में संलग्न देखे जाते हैं। |