न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 16 अगस्त। प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी देश के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो अपनी पार्टी में ही नहीं, विपक्षी पार्टी में समान रूप से सम्माननीय रहे हैं यह कहना था हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री, समन्वयक व पूर्व जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी कुरुक्षेत्र के पवन गर्ग का। महामंत्री ने स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी की पुण्यतिथि पर शत्-शत् नमन कर उनके योगदान को याद किया। गर्ग ने श्री अटल बिहारी जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनकी छवि उदार, विवेकशील, निडर, सरल-सहज, राजनेता के रूप में जहां अत्यन्त लोकप्रिय रही है, वहीं एक ओजस्वी वक्ता, कवि की संवेदनाओं से भरपूर इनका भावुक हृदय, भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति आस्थावान इनका व्यक्तित्व सभी को प्रभावित कर जाता है ।ये देश के सफल प्रधानमन्त्रियों में से एक हैं । इनकी विलक्षण वाकपटुता को देखकर वरिष्ठ नेता इनके बारे में कहते थे कि इनके कंठ में सरस्वती का वास है , तो नेहरूजी ने इन्हें अद्भुत वक्ता की विश्वविख्यात छवि से नवाजा था। 1977 से 1979 तक जनता पार्टी के शासनकाल में ये विदेश मन्त्री रहे । सन् 1980 से 1986 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे । संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में दिया गया भाषण इन्हें कुशल वक्ता साबित करता है । इन्होंने अमेरिका, इजराइल, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस तथा पूर्वी एशियाई देशों की यात्राएं भी कीं । 19 अप्रैल 1998 को भारत के राष्ट्रपति के०आर० नारायणन ने इन्हें प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी । ये 21 मई 2004 तक भारत के प्रधानमन्त्री रहे श्री अटल बिहारी वाजपेयी का सम्पूर्ण जीवन एवं इनके सम्पूर्ण विचार राष्ट्र के लिए समर्पित रहे हैं।