न्यूज डेक्स संवाददाता
फतेहाबाद। किसानों से पंगा इतना भारी पड़ेगा जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली ने जब तैश में आकर अपनी भड़ास निकाली थी,उस समय शायद उन्हें अंदाजा नहीं होगा। घटना के बाद से आंदोलनरत किसानों में उबाल देखा जा रहा था। इसके बाद आंदोलन ने और तेजी पकड़ी। बीच में सत्तारुढ़ दलों के नेताओं द्वारा किसानों को दो टूक समझाने वाले नरम गरम बयान भी सामने आए। खैर आज विधायक बबली द्वारा माफी मांगे जाने के बाद मामला शांति की ओर बढ़ रहा है।
यह शांति कुछ देर की है या अगले दिनों में इस मुद्दे पर किसान ठंडे रहेंगे,यह अभी किसानों की ओर से स्पष्ट नहीं हुआ है। वैसे किसानों के बीच खेद प्रकट करने वाला वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विधायक देवेंद्र बबली यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि मैं एक जून को टोहाना आया था,उस दिन जो भी घटना हुई,उस घटना के जिम्मेदार,जिन लोगों ने मेंरे साथ जो भी किया, उसके लिए मैं उनको माफ करता हूं। और उस घटना के दौरान मेरे से जो कुछ अशोभनीय शब्द निकले,जो निकलने नहीं चाहिए थे,क्योंकि मैं जनप्रतिनिधि हूं।इसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं।
खेद प्रकट करते समय विधायक काफी दबाव में दिखाई दे रहे थे। उसके इस अंदाज से साफ हो रहा था कि उन पर माफी मांगने का दबाव था। करीब 33 सैकेंड में जताए गए खेद के दौरान विधायक आज ताव नहीं,बल्कि असहज और तनाव की मुद्रा में दिख रहे है।इसके बाद अभी किसानों और प्रशासन के बीच पेंच अभी फंसा हुआ है। किसानों ने मंच से एलान किया है कि वे गिरफ्तारी देंगे,क्योंकि जब तक सभी मांगे नहीं मानी जाती, तब तक किसान जमा रहेंगे और गिरफ्तारियां देंगे। इधर भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि विधायक ने खेद प्रकट किया है,हम संतुष्ट है।अब किसानों की कमेटी ने भी विधायक से वार्ता के बाद उसे क्लीन चिट दे दी है,मगर किसान-बबली विवाद में जिन किसानों पर केस दर्ज हुए हैं उस पर पेंच फंसा हुआ है।इसलिए अभी आंदोलन नहीं खत्म हो सका।इस दौरान किसानों के सभी बड़े नेता योगेंद्र यादव,गुरनाम सिंह चढुनी व दूसरे नेता मौजूद रहे।