न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के सेंटर फॉर लाइफ स्किल्ज एण्ड साफ्ट स्किल्ज (सीएलएएस) के तत्वावधान में आज ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) प्रारंभ हुआ। लाइफ स्किल्ज फॉर ब्लिसफुल लाइफ विषयक इस एफडीपी का आयोजन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) अटल स्कीम के तहत किया गया। आज एफडीपी के पहले दिन प्रतिष्ठित लेखक तथा भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत अधिकारी राजबीर देसवाल तथा सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल के सेंटर फॉर लाइफ स्किल्ज एजुकेशन के निदेशक प्रो. एम.ए. मुस्तफा ने विशेष व्याख्यान दिए।
एमडीयू सीएलएएस के निदेशक प्रो. आशीष दहिया ने कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। अतिरिक्त निदेशक, सीएलएएस डा. दिव्या मल्हान ने एफडीपी संबंधित जानकारी प्रदान की। आमंत्रित वक्ता राजबीर देसवाल ने जीवन में साहस के साथ जीवन के दायित्त्वों को पूरा करने की बात कही। उन्होंने कार्य-जीवन संतुलन बनाए रखने की वकालत की। जीवन में निरंतर नए स्किल्ज सीखने तथा स्किल्ज का उपयोग समाज के लिए करने की बात राजबीर देसवाल ने कही।
प्रो. एम.ए. मुस्ताफा ने लाइफ स्किल्ज विकसित करने पर अपने व्याख्यान में बल दिया। उन्होंने जीवन कौशल में प्रभावी संचार कौशल का होना अहम बताया। विद्यार्थियों के साथ प्रभावी संवाद रखने तथा इसमें परानुभूति के समावेश पर प्रो. मुस्ताफा ने बल दिया। कार्यक्रम के अंत में डा. निधि ने आभार जताया। इस एफडीपी में भारत के 20 राज्यों के 200 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
गौरतलब है कि एआईसीटीई द्वारा इस एफडीपी समेत 43 एफडीपी कार्यशालाओं का उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से केंद्रीयकृत स्तर पर किया गया। आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार जैन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल दत्तात्रेय सहस्त्रबुद्धे, उपाध्यक्ष प्रो. एमपी पूनिया, प्रो. राजीव कुमार, सदस्य सचिव, डा. आर के सोनी, निदेशक, एआईसीटीई अटल अकादमी तथा अन्य प्रबुद्धजन इस वर्चुअल उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।