न्यूज डेक्स संवाददाता
पिहोवा। उपमंडल अधिकारी ना. सोनू राम ने कहा कि उपमंडलवासियों को कोरोना महामारी के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए जागरुक रहना होगा तथा सरकार व प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी हिदायतों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित है। ऐसे में सरकार द्वारा लोगों को हर प्रकार की सुविधा देने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं।
उपमंडल अधिकारी ना. सोनू राम ने मंगलवार को अपने कार्यालय में बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा हर तरह के संभव प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में नगरवासियों का भी कर्तव्य बनता है कि वे स्वयं के साथ-साथ दूसरों का भी ध्यान रखें तथा किसी प्रकार की बीमारी को पनपने से रोकें। उन्होंने सभी नागरिकों से आहवान किया कि वे अपने घरों के अंदर तथा बाहर स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें।
एक जगह पर पानी को इकट्टा न होने दें तथा गंदगी को बिल्कुल भी न फैलने दें। उन्होंने बताया कि मच्छर ठहरे हुए पानी में अंडे देते हैं, जिससे मलेरिया व डेंगू की बीमारी फैलने वाले मच्छरों की बढ़ोतरी तेजी से होती है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को आदेश दिए कि वे तुरंत प्रभाव से शहर व गांवों में ठहरे हुए पानी में काला तेल व टेमीफोस की दवाई का छिडक़ाव करें ताकि मच्छर का लारवा खत्म हो सके और जानलेवा बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की उत्पत्ति पर पूर्ण रूप से रोक लग सके।
एसडीएम ने नागरिकों से अपील की है कि वे हर रविवार को शुष्क दिवस के रूप में मनाएं, जिस दौरान घर के सभी कूलर व टंकियों को अच्छी तरह से साफ-सुथरा कर लें। बिजली जाने के बाद फ्रिज में बर्फ के पिघलने से ट्रे में जो पानी एकत्रित होता है, उसको जरूर साफ करें, क्योंकि फ्रिज की ट्रे के साफ पानी में डेंगू फैलने वाले मच्छर की उत्पत्ति होती है। उन्होंने बताया कि घर में प्रयोग किए जा रहे एसी के पानी को एकत्रित न होने दें क्योंकि एसी के साफ पानी में भी डेंगू फैलाने वाले मच्छर पैदा हो सकते हैं। जिस पानी को निकालना संभव न हो उसमें काला तेल या डीजल डाला जा सकता है, जिससे मच्छरों की उत्पत्ति न हो पाए।
एसडीएम ने आमजन से अपील की है कि रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार आना, सर दर्द होना तथा उल्टियां आदि होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर मलेरिया की जांच करवाएं। यदि जांच में मलेरिया पाया जाता है तो स्वास्थ्य कर्मी की देख-रेख में 14 दिन तक इलाज करवाएं।
उन्होंने बताया कि डेंगू के लक्षणों में अकस्मात तेज बुखार होना तथा तेज सिर दर्द होना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना है। इसके अतिरिक्त चिकनगुनिया के लक्षण बुखार के साथ-साथ जोड़ों में दर्द व सूजन होना, कम्पकपी व ठंड के साथ बुखार का अचानक बढऩा, सिर दर्द होना है। ऐसे लक्षण दिखते ही प्राथमिकता तौर पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार करवाएं।