न्यूज डेक्स संवाददाता
उचाना। खटकड़ टोल पर चल रहे किसानों धरने की अध्यक्षता केहर सिंह ने की। सांकेतिक भूख हड़ताल पर नारायण दत्त शर्मा, सतबीर बरसोला, बालकिशन काब्रच्छा, हरिकेश बड़ौदा, टेकराम छापड़ा रहे। खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि टोहाना में किसान, मजदूर की एकता की जीत हुई। जो किसान हमारे पुलिस ने पकड़े थे वो रिहा भी हुए, उनके खिलाफ दर्ज मामले भी रद्द होंगे। इससे पहले हिसार में भी किसान, मजदूर एकता की जीत हुई। किसान शांति पूर्व तरीके से अपना आंदोलन तीनों कृषि कानून रद्द करवाने तक जारी रखेंगे। सरकार की हर बार मंशा किसान, जवान को लड़वाने की रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार की सोच थी कि जितना आंदोलन लंबा चलेगा उतना कमजोर होगी लेकिन जितना आंदोलन लंबा चला उतना आंदोलन का विस्तार हुआ। आज किसान, मजदूर का ये आंदोलन जन आंदोलन बन चुका है। 2024 तक भी धरने देना का किसान मन बना चुके है। किसान न तो झूकेगा न ही पीछे हटेगा। शांति, संयम के साथ किसानों का धरना जारी रहेगा। कोई भी सरकारी कार्यक्रम होगा जिसमें भाजपा, जेजेपी के नेता हिस्सा लेंगे उसका विरोध किसान करेंगे।
बिजेंद्र सिंधु ने कहा कि किसान, मजदूर की एकता ने साबित किया कि अपने हक की इस लड़ाई में वो पीछे नहीं हटेंगे। टोहाना में जो घटनाक्रम हुआ वो किसान, जवान को लड़वाने की साजिश के तहत हुआ। किसान अपने हक के लिए लड़ रहा है। तीनों कृषि कानून केंद्र सरकार रद्द कर दे किसान अपने घर वापिस चल जाएगा। आज गर्मी के मौसम में भी धरनों पर लगातार भीड़ बढ़ रही है। इस मौके पर कैप्टन वेदप्रकाश, अनीष खटकड़, संदीप बड़ौदा, राजेश छातर, अमरनाथ फौजी, बवान, मा. जयकिशन, मा. राजेश मौण, अमरजीत खटकड़, कविता खरकरामजी, सुरेंद्र, सिक्किम सफा खेड़ी, अनीता, गीता खटकड़ मौजूद रही।