मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार अकादमी 25 गांवों का करेगी चयन
अकादमी की तरफ से सर छोटू राम के खंडों का होगा हिन्दी अनुवाद
न्यूज डेक्स हरियाणा
चंडीगढ़।भारत के इतिहास में हरियाणा के गांवों का इतिहास बहुत प्राचीन और विचित्र है। इस प्रदेश के गांवों में रहने वाले लोगों ने विदेशी आक्रमणकारियों को बड़ी बहादुरी से जवाब दिया और अपने ऐतिहासिक इतिहास को संजोए रखा। इस प्रदेश के कण-कण में इतिहास छिपा है। इस इतिहास पर अध्ययन करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा इतिहास एवं संस्कृति अकादमी को आदेश दिए है। इन आदेशों के बाद इतिहास एवं संस्कृति अकादमी हरियाणा प्रदेश के 25 गांवों का चयन करेगी।
हरियाणा इतिहास एवं संस्कृति अकादमी के निदेशक प्रोफेसर रघुवेन्द्र तंवर ने बातचीत करते हुए कहा कि हरियाणा इतिहास एवं संस्क1ति अकादमी प्रदेश के प्राचीन गांवों का अध्ययन करेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार अकादमी ने प्रदेश के 25 प्राचीन गांवों का चयन करेगी। इन गांवों का अध्ययन करके इतिहास को कलमबद्घ करेगी। भारत के इतिहास में हरियाणा के गांवों का इतिहास बहुत प्राचीन है।
इस प्रदेश के गांव सदियों से विदेशी आक्रमणकारियों का विरोध करते रहे और लोगों ने बड़ी बहादुरी से आक्रमणकारियों का जवाब दिया तथा पुन: खड़े हुए। अंग्रेजों ने यह भी स्वीकार किया था कि हरियाणा के गांव स्वयं में छोटे-छोटे गणतंत्र है। उन्होंने कहा कि अकादमी की तरफ से 25 गांवों का चयन करने के लिए परियोजना पर चर्चा कर ली है और यह निर्णय लिया गया है कि अकादमी प्रदेश के ऐतिहासिक महत्व के 25 गांवों का जल्द से जल्द अध्ययन करेगी।
इस परियोजना के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र के पूर्व प्रोफेसर रणवीर सिंह को साथ जोड़ा जाएगा। इस कार्य के लिए अकादमी 2 टीमों का गठन करेगी, जिसका नेतृत्व सहायक निदेशक डा. जगदीश प्रसाद और अजय वीर करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर क्षेत्र के गांवों की अलग-अलग विशेषता है, जिसमें गांव में फैली जनश्रुतियों, अज्ञात इतिहास स्त्रोतों और साक्ष्यों, गांवों की संस्कृति, वेशभूषा, रहन-सहन आदि शामिल है।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना में गांव के नामकरण, ऐतिहासिक ठिकानों, भूमि रिकार्ड, जनसंख्या, शिक्षा, स्वास्थ्य, लोक कथाओं, गाथाओं, धार्मिक अध्यात्मिक स्थानों की किवदंतियों तथा परम्पराओं से मिली जानकारी को भी शामिल किया जाएगा। इस परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए अकादमी जल्द से जल्द कार्य को पूरा करेगी।
इसके लिए अकादमी ने पूरी रुप रेखा और तैयारियां पूरी कर ली है और टीमों को इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानकारी और प्रशिक्षण भी दिया गया है।बाक्ससर छोटू राम के खंडों का भी किया जाएगा हिन्दी अनुवादनिदेशक प्रोफेसर रघुविन्द्र तंवर ने कहा कि हरियाणा इतिहास एवं संस्कृति अकादमी द्वारा प्रकाशित सर छोटू राम के 3 खंडों का हिन्दी अनुवाद किया जाएगा।
इसके लिए कला एवं संस्कृति मंत्री कवंरपाल गुर्जर ने अकादमी को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए है। अकादमी ने पिछले दिनों सर छोटू राम पर 5 खंडों का प्रकाशन किया था, इनमें 3 खंड अंग्रेजी और 2 खंड हिन्दी में प्रकाशित किए गए थे। इन खंडों की बिक्री हो चुकी है, लेकिन हिन्दी अनुवाद की मांग होने लगी है। इसलिए अकादमी ने सर छोटू राम के खंडों का हिन्दी अनुवाद करने का कार्य शुरु कर दिया है।