बिहार से पंजाब जा रही थी एक निजी बस, 16 मजदूर हुए घायल
ड्राइवर को नींद की झपकी आने के बाद हुआ हादसा
न्यूज डेक्स संवाददाता
नरवाना। दिल्ली पटियाला हाइवे पर बेलरखा गांव के पास एक बस पलट जाने से दो लोगों की मौत व 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद घायलों को नागरिक अस्पताल नरवाना में लाया गया। जिसके बाद गंभीर रूप से घायल 9 लोगों को रोहतक पीजीआई रैफर कर दिया गया। वहीं सूचना मिलते ही डीएसपी साधु राम मौके पर पहुंचे और घायलों का हाल चाल जाना।
डीएसपी ने बताया घायलों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे धान लगाने के लिए बस में सवार होकर बिहार के सुपौल जिला से धान लगाने का काम करने के लिए पंजाब के बरनाला में जा रहे थे। लेकिन बुधवार सुबह जब उनकी बस बेलरखा गांव के पास पहुंची तो अचानक चालक ने बस से अपना नियंत्रण खो दिया दिया और बस सड़क से नीचे खड्डो में पलट गई। बस पलटते ही बस के उपर सवार एक मजदूर की बस व पेड की बीच में आने से मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बस से बाहर निकालकर नागरिक अस्पताल पहुंचाया और दुर्घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर के्रन की सहायता से बस व पेड़ के बीच फंसे 35 वर्षीय सुरेश कुमार नाम के युवक के शव को निकाला गया। वहीं नागरिक अस्पताल में पहुंचे घायलों में से डाक्टरों द्वारा 56 वर्षीय गणेशी नाम के एक व्यक्ति को भी मृत घोषित कर दिया गया और 9 लोगों की गंभीर हातल को देखते हुए उन्हे रोहतक पीजीआई रैफर कर दिया गया।
डीएसपी साधु ने बताया कि मृतक सुरेश के भाई दिनेश की शिकायत पर बस चालक सरजीत सिह निवासी मल्ला जिला लुधियाना के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और दो मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवा दिया गया।
-हर वर्ष ट्रेन में आते थे, लेकिन इस पर लॉक डाउन के कारण बस आना मजबूरी थी:-घायल दिनेश पुत्र खट्टर निवासी गांव गिदराही तहसील लुटईया जिला सुपौल ने बताया कि वे हर वर्ष धान लगाने के लिए पंजाब में आते हैं। लेकिन ट्रेन में सवार होकर पंजाब में आत थे। इस बार लॉक डाउन के कारण ट्रेन बंद हैं। लेकिन काम किए बिना घर नहीं चल सकता। इसलिए वे पंजाब आने के लिए तैयार हो गए थे और ऐसे में पंजाब से हमे लेने के लिए बस भेजी गई थी। जिसमें वे कुल 74 मजदूर सवार होकर पंजाब जा रहे थे तो बेलरखा गांव के पास बस चालक की लापरवाही के कारण उनके दो साथियों की मौत हो गई और 16 लोग घायल हो गए हैं। दिनेश ने कहा कि अब हमें मृतक साथियों को अंतिम संस्कार करने के लिए वापिस बिहार जाना पड़ेगा। जिसमें खर्च भी अधिक आएगा और हमारा सीजन भी नहीं लग पाएगी। इस दौरान डीएसपी साधू राम द्वारा घायल मजदूरों को चाय पिलाकर उन्हे हौंसला दिया गया।