न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने द वूमेन इन स्टेम (डब्ल्यूआईएस) फोरम के लोगो का गुरुवार को विमोचन किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि दुनिया में 30 प्रतिशत से भी कम शोधकर्ता महिलाएं हैं। लिंग अंतर को वास्तव में कम करने के लिए हमें उन गुणात्मक कारकों की पहचान करनी चाहिए जो महिलाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में करियर बनाने से रोकते हैं। कुलपति ने कहा कि यह इस दिशा में अच्छा प्रयास है। महिलाओं के विज्ञान के क्षेत्र में भागीदारी करने से समाज में जागृति आएगी और अंधविश्वास खत्म होगा। कुलपति ने लोगों के विमोचन के लिए फोरम के सभी सदस्यों को बधाई दी।
कैमिस्ट्री विभाग की विभागाध्यक्ष व फोरम की कोर्डिनेटर प्रो. नीरा राघव ने बताया कि द वूमेन इन एसटीईएम (डब्ल्यूआईएस) फोरम, केयूके की स्थापना 2019 में हुई थी। इस फोरम का गठन पृष्ठभूमि के फ्रेम के साथ विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित की महिला संकाय को सशक्त बनाने के लिए किया गया था। इस मंच के गठन की शुरुआत एसटीईएम, केयूके की महिला संकाय प्रो. रोहिणी गोडबोले की सलाह से की गई थी, जो आईआईएससी बंगलौर से प्राथमिक कण भौतिकी में विशेषज्ञता रखने वाली एक भौतिक विज्ञानी और शिक्षाविद हैं। उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी (2019) में उनके योगदान के लिए “पद्म श्री“ सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस फोरम के दो साल (2019-20 और 2020-21) के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद तीसरा वर्ष हो रहा है। वर्ष 2021-22 के सदस्य में डॉ. नीरा राघव, प्रोफेसर, अध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग, केयूके (समन्वयक) है तथा डॉ. सुमन महेंदिया, एसोसिएट प्रोफेसर, भौतिकी विभाग, केयूके (सचिव) हैं। उन्होंने बताया कि फोरम में डॉ सुनीता दलाल, एसोसिएट प्रोफेसर, जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, डॉ रुचि गुप्ता, सहायक प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान विभाग, पर्यावरण अध्ययन की सहायक प्रोफेसर डॉ. पूजा, डॉ. उर्मिला, सहायक प्रोफेसर, इंजीनियरिंग संस्थान और प्रौद्योगिकी, अंजू गोयल, सहायक प्रोफेसर, फार्मास्युटिकल साइंसेज संस्थान, डॉ सुरेश, सहायक प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग तथा डॉ. हरदीप, सहायक प्रोफेसर, पर्यावरण अध्ययन संस्थान सदस्य हैं ।
उन्होंने बताया कि इस मंच के तत्वावधान में वैज्ञानिक अभिरुचि पैदा करने और विज्ञान में आगे बढ़ने के लिए विभिन्न योजनाओं / छात्रवृत्ति के बारे में जागरूक करने के लिए हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में विभिन्न व्याख्यान श्रृंखला पहले ही वितरित की जा चुकी हैं। इस फोरम का लोगो सबसे पहले इसी साल डिजाइन किया गया है। लोगो को प्रो. नीरा राघव और डॉ. सुमन महेंदिया द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है। फोरम का लोगो “प्रकृति के लिए विज्ञान के माध्यम से दिमाग को प्रज्ज्वलित करने के लिए एक साथ काम करना“ के आदर्श वाक्य को दर्शाता है। इस अवसर पर केयू की डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर मंजुला चौधरी और कुवि कुलसचिव डॉक्टर संजीव शर्मा ने भी फोरम के सदस्यो को बधाई दी।