न्यूज डेक्स राजस्थान
जयपुर। युवा मामले एवं खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना ने गुरुवार को बूंदी जिले के नैनवां में कनकसागर एवं नवलसागर तालाबों को पुराने स्वरूप में लाने के लिए पानी की आवक के अवरूद्ध पड़े रास्तों, घाट व पाल के जीर्णोद्धर के लिए मौके का निरीक्षण किया। इस दौरान सिंचाई, सार्वजनिक निर्माण एवं संबंधित अन्य अधिकारी भी साथ रहे। खेल राज्यमंत्री ने भावपुरा फीडर को देखा।
उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता व सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता से चर्चा कर फीडर की आवक को बहाल कराने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने पाण्डुला फीडर में आ रहे अवरोधों देखा। पाण्डुला फीडर में जगह-जगह अवरूद्ध होने से पानी की आवक बंद है। दोनों ही फीडरों से कनकसागर तालाब में पानी की आवक होती है। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अभियंताओं से नवलसागर तालाब में पानी की आवक के अवरूद्ध पड़ी फीडरों की की स्थिति की जानकारी ली।
घाट व कुंए देखें
फीडरों का निरीक्षण करने के बाद राज्यमंत्री ने कनकसागर तालाब के अन्दर पैदल घूमकर तालाब की स्थिति व क्षतिग्रस्त घाटों व कुओं की स्थिति देखी। मौके पर ही घाटों के जीर्णोद्धार के साथ नये घाटों व सुरक्षा दीवार निर्माण के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उसके बाद नवलसागर तालाब पर पहुचे और वहा पर भी पाल व घाटों का मुआयना किया। नवलसागर की पाल पर वाकिंग ट्रेक के साथ सौन्दर्यकरण के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
खेल राज्यमंत्री ने तालाबों का जायजा लेने के बाद कहा कि तालाबों के घाटों व पालों का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही पानी की आवक के रास्तों को वापस जीवित किया जाएगा। तालाब कभी सूखे नहीं रहें, ऎसी स्थिति में लाने के लिए पानी की आवक बढाने के साथ दोनों तालाबों का सौन्दर्यीकरण कराया जाएगा। सौन्दर्यीकरण की कार्य योजना बनाकर राशि स्वीकृति करवाई जाएगी। अभी नगर पालिका के माध्यम से दोनों तालाबों में बादलिया बाग व द्वारिकाधीश उद्यानों को कार्य चल रहा है। तालाबों के सौन्दर्यीकरण के साथ ही कनकसागर तालाब के दूसरे छोर पर बाईपास सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
धरोहरों को भी संवारा जाएगा
राज्यमंत्री ने कहा नैनवां की पुरातत्व धरोहरों का भी संरक्षण करवाया जाएगा। पुरातत्व विभाग की टीम भेजकर सर्वे करवाया जाएगा। पुरातत्व महत्व के नैनवां के महल, तालाब की पाल में बनी छतरियों, परकोटो, परकोटों के सहारे बनी तालाबों को जाड़ने वाली ड्रेनेज, कस्बे के चारों पोलों गढपोल, टोडापोल, खानपोल, देईपोल के रियासतकालीन दरवाजों, अन्य पुरातत्व महत्व की बावडियों व भवनों का भी जीर्णोद्धार कराया जाएगा।