कोरोना प्रबंधों तथा जिला की मुख्य विकास परियोजनाओं की समीक्षा
जींद के मैडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य वर्ष 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित
कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध करके रखें पूर्ण : अतिरिक्त मुख्य सचिव
न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खण्डेलवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला में तमाम आवश्यक प्रबंध पूर्ण करके रखें। इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाए। एसीएस ने यह निर्देश स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित हुई सभी विभागों के अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
उन्होंने जींद जिला में कोरोना वायरस को लेकर किए गए प्रबंधों की समीक्षा की। उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को बताया कि जिला में फिलहाल कुल 28 कोरोना संक्रमित मरीज हस्पतालों में दाखिल है, हालात सामान्य है कोई भी कोविड मरीज वैटिंलेटर पर नहीं है। इसके उपरान्त उन्होंने कहा कि जींद जिला में कोरोना वायरस की रोकथाम तथा संक्रमित मरीजों को अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई है। इसके लिए उन्होंने कर्मियों की प्रशंसा की और इस दौरान अच्छा कार्य करने वाले कोरोना योद्वाओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने परिवार पहचान पत्र, मेरी फसल- मेरा ब्यौरा, मेरा पानी- मेरी विरासत, सीएम विण्डों समेत केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा लागू की गई जन कल्याणकारी योजनाओं की एक- एक समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसानों को कम पानी से तैयार होने वाली फसलें उगाने के लिए प्रेरित करें और उन्हें मेरा पानी- मेरी विरासत योजना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताएं कि जो किसान इस योजना को अपनाता है तो उसे 7 हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन के रूप में सरकार द्वारा दी जा रही है।
उन्होंने परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए,ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति किसी भी सरकारी योजना के लाभ वंचित न रहे। उन्होंने सीएम विण्डों पर दर्ज शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का समाधान हो जाता है लेकिन इसका अपडेट नहीं करवाया जाता है भविष्य में शिकायत के समाधान के बाद इसे अपडेट करना सुनिश्चित करें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खण्डेलवाल ने जींद जिला की विकास परियोजनाओं की भी समीक्षा की। उपायुक्त ने बताया कि जींद शहर के निकटवर्ती गांव हैबतपूर के पास मैडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो चुका है। सरकार द्वारा 24 एकड़ भूमि पर बनने वाले इस मैडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए वर्ष 2023 तक की समय सीमा निर्धारित की है। इस विकास परियोजना के लिए 663 करोड़ रुपए की राशि की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। मैडिकल कॉलेज के 19 कम्पोंनेंट में से पांच पर कार्य प्रगति पर है।
डॉ. आदित्य दहिया ने जिला की एक और महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जींद शहर को नहरी आधारित स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने को लेकर बड़ी विकास परियोजना को भी सिरे चढ़ाया जा रहा है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण के कार्य को लेकर जल्द ही मुख्य सचिव विजय वर्धन वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे। वाटर टैंक बनाने के लिए शहर के आसपास के गांवों में जमीन चिहिन्त की गई है। इस विकास परियोजना पर लगभग 450 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम, जींद के एसडीएम दलबीर सिंह, सफीदों के एसडीएम मंदीप कुमार, नरवाना के एसडीएम सुरेन्द्र कुमार, उचाना के एसडीएम प्रीतपाल, नगराधीश दर्शन यादव, जिला नगर आयुक्त संजय बिश्नोई, सीएमओ डॉ. मनजीत सिंह, मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी सुहिता दुग्गर समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।