डीजीपी ने कहा कोई भी पुलिस कर्मी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त मिला तो नौकरी से धोना पड़ेगा हाथ
न्यूज डेक्स उत्तराखंड
ऊधमसिंह नगर/पिथौरागढ़। एक ओर उत्तराखंड पुलिस का मिशन हौंसला चल रहा है, तो दूसरी ओर आज उत्तराखंड पुलिस की वर्दी चरस तस्करी में शामिल होने के कारण दागदार हो गई। उत्तराखंड की उधमनगर पुलिस ने आज 8 क्विंटल चरस चरस दो निजी गाड़ियों से बरामद की है और चार लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से दो उत्तराखंड पुलिस के जवान प्रभात बिष्ट और दीपक पांडे है, जबकि तीसरा आरोपी खटीमा की आदर्श कॉलोनी वासी विपुल सैला भी नैनीताल जिला में पुलिस हेड कांस्टेबल चंद्रसिंह सैला का पुत्र बताया गया है। इसके अलावा पुलिस को बड़ा इनपुट यह भी मिला है कि इस गैंग का मुख्य सरगना एक अन्य जिला में तैनात पुलिस कर्मी है। इसकी भी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
मित्रता,सेवा और सुरक्षा ये टैग लाइन है उत्तराखंड पुलिस की। उत्तराखंड पुलिस कई बार इसे सिद्ध कर चुकी है। वहीं उत्तराखंड पुलिस के इंस्पेक्टर देवेंद्र चौहान की कविता खाकी ने हाथ थामा है,मिशन हौसला को सोशल मीडिया पर काफी पंसद किया जा रहा है। यह वीडियो उत्तराखंड पुलिस की कर्तव्यनिष्ठा और जज्बे को सलाम करती है।वहीं जब आज उत्तराखंड पुलिस को तस्करी की जा रही अरबों रुपए की चरस को बरामद करने में कामयाबी मिली तो इसी के साथ पुलिस का सिर अपने दो जवानों की वजह से शर्म के साथ झुक गया।
करीब 8 क्विंटल,यानी 8 हजार किलो से भी ज्यादा यह चरस दो गाड़ियों से ट्रांसपोर्ट की जा रही थी।इससे पहले यह डिलीवरी सफलता के साथ सप्लाई हो पाती,उत्तराखंड पुलिस की कार्रवाई के कारण पकड़ में आ। गई। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को चरस तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपी पिथौरागढ़ पुलिस के जवान है।पुलिस के भेस में चरस तस्करों के गिरफ्तार होने के साथ ही पुलिस के आलाधिकारियों ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
प्राप्त जानकारीनुसार किच्छा पुलिस ने एक अमेज़ और एक वैगनआर कार में बैठे चार आरोपियों में शामिल विपुल शैला, पीयूष खड़ावत, प्रभात बिष्ट और दीपक पांडे को हिरासत में लिया था।इनकी दो कारों से पुलिस को 8008 किलोग्राम चरस बरामद की है। पुलिस जानकारी से ज्ञात हुआ कि इन चारों में से प्रभात बिष्ट और दीपक पांडे की पुलिस लाइन पिथौरागढ़ के अंतर्गत सशस्त्र पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनाती हैं और इस संगीन मामले में गिरफ्तारी के साथ इन दोनों की बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है।
जिन दो कारों में चरस की तस्करी हो रही थी,उनमें से एक कार में 1094 किलोग्राम और दूसरी कार से 6914 किलोग्राम चरस की जानकारी मिली है। ऊधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंअर ने बताया है कि पुलिस की वर्दी की आड़ में यह गिरोह चरस तस्करी के कारोबार को अंजाम दे रहा था। इसकी गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस ने लालपुर मज़ार की पुलिया पर पहुंचकर धरपकड़ की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार यह चरस चंपावत से सस्ते रेट में खरीदकर ऊधमसिंह नगर और अन्य जगहों पर जाकर महंगे रेट बेचा जाता था। इस गैंग का सरगना चंपावत में तैनात प्रदीप सिंह फर्त्याल को बताया गया है,जिसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है।
डीजीपी की कड़ी चेतावनी
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लिया है और पिथौरागढ़ पुलिस के दोनों कांस्टेबलों को नौकरी से बर्खास्तगी की बात कही है।इसी के साथ उन्होंने चेतावनी दी है कि भविष्य में भी अगर कोई पुलिसकर्मी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया तो उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।