श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए जिन्होंने चंदा दिया, उनकी भावनाओं को चोट पहुंची होगी आज-संजय सिंह
हिंदुस्तान तो क्या,दुनिया में कहीं भी प्रति सैकेंड पांच लाख रुपए कीमत नहीं बढ़ी होगी–संजय सिंह
स्टांप की खरीदीदारी में भी झोल,प्रथम खरीद और श्रीरामजन्मभूमि के लिए खरीदी गई जमीन दोनों में गवाह भी भी वही निकले
संजय सिंह ने कहा कि ये मनी लांड्रिंग का मामला है,बड़े भ्रष्टाचार का मामला है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग की
न्यूज डेक्स उत्तर प्रदेश
लखनऊ। आम आदमी पार्टी से सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने राममंदिर न्यास ट्रस्टियों पर बड़ा वार करते हुए करोड़ों रुपए गबन करने के गंभीर आरोप राम मंदिर के लिए खरीदी जाने वाली जमीन के मसौदे के कारण लगाए हैं। उन्होंने यह आरोप जुबानी प्रपंचबाजी से परे बकायदा दस्तावेजों के साथ साक्ष्य मीडिया से रूबरू होकर पेश किए हैं। साक्ष्य के तौर पर उन्होंने जमीन के कागजों की कॉपी पत्रकारों के समक्ष प्रस्तुत की।
सांसद संजय सिंह ने रविववार को प्रेस वार्ता के दौरान रामजन्मभूमि न्यास के ट्रस्टियों पर जमीन घोटाले के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने जमीन के कागजों की कॉपी दिखाते हुए कहा कि पांच करोड़ 80 लाख मूल्य की जमीन पहले दो व्यक्तियों ने मिलकर महज 2 करोड़ में खरीद ली। सरकारी दफ्तर में यह जमीन देर शाम को सात बजकर 10 मिनट पर खरीदी गई थी। फिर उसी जमीन को कुछ ही क्षण बाद श्रीराम मंदिर न्यास ट्रस्ट ने कुछ ही क्षण बाद साढ़े 18 करोड़ रुपए में खरीदा गया।
संजय सिंह ने जोर देकर बताया कि दुनिया में कहीं भी इतनी तेजी से भूमि का रेट नहीं बढ़ा होगा,क्योंकि यहां दो करोड़ की जिस भूमि कुछ ही क्षण बात साढ़े 18 करोड़ में श्री रामजन्मभूमि न्यास के ट्रस्टियों ने खरीदा, उसमें बढ़ौतरी प्रति सैकेंड साढ़े पांच लाख रुपए की हुई।
संजय सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान तो क्या पूरी दुनिया में कहीं भी जमीन प्रति सैकेंड इतनी महंगी नहीं हुई होगी,क्योंकि इस जमीन का सौदा महज 5 मिनट के अंदर हो गया और 5 मिनट के अंदर जमीन की कीमत 2 करोड़ रुपये से बढ़कर सीधे साढ़े 18 करोड़ रुपए हो गई। यही नहीं जिस जमीन का बैनामा पहले हुआ था,उसका स्टांप भी बाद में खरीदा गया था और जिस जमीन की खरीददारी बाद में हुई, उसका स्टांप पहले खरीदा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रथम खरीद और न्यास की रजिस्ट्री में दोनों में गवाह ट्रस्टी अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, यानी दोनों में गवाह वही लोग हैं। आप सांसद संजय सिंह ने पूरे सबूत के साथ खुलासा किया है। आप पार्टी ने सीबीआई और ईडी से जांच की मांग की है। संजय सिंह ने रजिस्ट्री के दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं।संजय सिंह ने कहा कि ये मनी लांड्रिंग का मामला है,बड़े भ्रष्टाचार का मामला है। उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई और ईडी से कराने की मांग के साथ दोषियों की गिरफ्तारी की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है।