न्यूज डेक्स संवाददाता
जींद।स्कूल संचालक सुरेश की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार देर शव को नरवाना मार्ग पर रख कर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने के बाद एसडीएम डा. प्रीतपाल सिंह, डीएसपी जितेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। स्वजन व ग्रामीण मौके पर डीसी, एसपी को बुलाने पर अड़े रहे। बाद में एसपी वसीम अकरम मौके पर पहुंचे। एसपी ने मृतक के स्वजनों को बताया कि पुलिस निरंतर छापेमारी कर रही है। काफी जगहों पर छापेमारी की गई।
पुलिस अधीक्षक के आश्र्वसन पर भी ग्रामीण जाम खोलने को तैयार नहीं हुए। पुलिस अधीक्षक के जाने के कुछ देर के बाद एसडीएम, डीएसपी के समझाने पर मृतक के परिजनों ने गृह मंत्री अनिल विज के नाम मांग पत्र दिया। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जल्द से जल्द हत्यारों का पता लगा उनको गिरफ्तार करने, आर्म्स लाइसेंस बनाने, परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाने आश्वासन दिया। वहीं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मृतक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद की मांग को सरकार के पास भेजने की बात कही। मांग पत्र एसडीएम के माध्यम से गृह मंत्री अनिल विज को भेजा गया।
समझौते का बना रहे थे दबाव–सौरभ
ढाई साल पहले रोहतक के नेकीराम कालेज में हुई 21 वर्षीय साहिल की हत्या के मामले के 12 आरोपित सौरभ के अनुसार लगातार स्वामी दयानंद मेमोरियल माध्यमिक विद्यालय के संचालक व पिता सुरेश कुमार पर लगातार समझौते के लिए दबाव बना रहे थे। आरोपित बार-बार बाहरी लोगों को उसके पिता के पास भेजकर अदालत रोहतक के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में चल रहे मामले में गवाही गिराने का दबाव बना रहे थे, लेकिन स्कूल संचालक सुरेश ने अपने बेटे साहिल को न्याय दिलाने की बात कहकर गवाही देने से मना कर दिया था।
हालांकि सुरेश कुमार की चार अप्रैल को अदालत के समक्ष गवाही होनी थी, लेकिन उस दिन वकील को अचानक ही जरूरी काम होने के चलते गवाही नहीं हो सकी। इसके बाद अदालत ने गवाही के लिए 28 जुलाई को सुरेश व उसके बेटे सौरभ को बुलाया था। सुरेश के छोटे बेटे सौरभ ने बताया कि आरोपितों के माता-पिता कई बार पंचायती तौर पर कई लोगों को लेकर आए, लेकिन उसके पिता सुरेश ने उनकी बातों को अनुसान कर दिया। इसलिए उनको शक है कि उसके भाई के हत्यारोपितों ने ही योजनाबंद तरीके से सोमवार सुबह सैर करने के लिए गए उसके उसके पिता सुरेश की गाड़ी सवारों ने हत्या कर दी।