सरकार ने मार्च 2024 तक प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 10,000 करने का लक्ष्य रखा है
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली।केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज वर्चुअल माध्यम से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के प्रागपुर में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए मंडाविया ने कहा कि जन औषधि केंद्रों ने सस्ती दर पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवा उपलब्ध कराने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार किया है। उन्होंने आज कांगड़ा में जन औषधि केंद्र खोलने पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन केंद्रों से स्थानीय लोगों को कम कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी जैसी विशेष स्थिति में जन औषधि केंद्रों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए 7836 जन औषधि केंद्र दिन-रात काम कर रहे हैं। मंडाविया ने बताया कि कई जन औषधि केंद्रों ने सस्ती और गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं बेचने के अलावा, लॉकडाउन अवधि के दौरान जरूरतमंद लोगों को राशन किट, पका हुआ भोजन, मुफ्त दवाएं आदि वितरित करने का काम किया है।
मंडाविया ने बताया कि सरकार ने मार्च 2024 तक प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों (पीएमबीजेके) की संख्या बढ़ाकर 10000 करने का लक्ष्य रखा है। 11 जून, 2021 तक जनऔषधि केंद्रों की संख्या बढ़कर 7836 हो गई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह, पूरे हिमाचल प्रदेश में कुल 66 जन औषधि केंद्र खोले गए हैं।प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना-पीएमबीजेपी के तहत देश के सभी जिले शामिल किए गए हैं। पीएमबीजेपी देश के कोने-कोने में लोगों तक सस्ती दवा की आसान पहुंच सुनिश्चित कर रही है।