पश्चिमी हवाओं के तेज़ होने के कारण उत्तर-पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में मॉनसून की प्रगति धीमी होने की संभावना
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सूचना सांझा की है। इसके अनुसार सम्पूर्ण भारत का मौसम पूर्वानुमान बुलेटिन मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) इस समय 20.5° उत्तरी अक्षांश/ 60° पूर्वी देशांतर, दीव, सूरत, नंदुरबार, भोपाल, नौगांव, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है।
पश्चिमी हवाएं मध्य अक्षांश पर प्रभावी हो गई हैं जिसके कारण उत्तर-पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में मॉनसून की प्रगति धीमी होने की संभावना है। मॉनसून के आगे बढ़ने पर लगातार नज़र रखी जाएगी और दैनिक आधार पर अपडेट उपलब्ध कराया जाएगा। निम्न दबाव का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और इससे सटे बिहार पर बना हुआ है और इससे साथ ही बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य क्षोभमंडल (ट्रोपोस्फीयर) तक सक्रिय है। इसके पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ने की संभावना है।
पश्चिमी राजस्थान से हरियाणा, दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के बीच से बिहार, झारखंड गंगीय पश्चिम से होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमीभागों तक एक ट्रफ बना हुआ है, जिसकी ऊंचाई समुद्र ताल से 9 किलोमीटर तक है। एक अन्य ट्रफ अरब सागर के मध्य-पूर्वी हिस्सों से दक्षिणी कोंकण तक बना हुआ है। दक्षिणी महाराष्ट्र के तटीय भागों से उत्तरी तटीय केरल के बीच भी तटीय ट्रफ सक्रिय है।
इन सभी मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से देश के विभिन्न भागों में संभावित मौसमी बदलाव निम्नलिखित हैं:
अगले 4-5 दिनों के दौरान पूर्वी, मध्य और उत्तर-पूर्वी भारत में अधिकांश स्थानों पर बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर बादलों की तेज़ गर्जना होने और बिजली गिरने की संभावना है। इन क्षेत्रों में आगामी 3 दिनों के दौरान अति भीषण बारिश हो सकती है। बिहार में 15 जून को एक-दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 2 दिनों के दौरान कई जगहों पर गर्जना और बिजली कड़कने के साथ बारिश होने का अनुमान है। उसके बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश को छोड़कर बाकी हिस्सों में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर वर्षा जारी रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 4-5 दिनों के दौरान ज़बरदस्त बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में 15 जून को बारिश की तीव्रता सबसे अधिक होगी।
उत्तरी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल के तटों के बीच बनी तटीय ट्रफ के प्रभाव से दक्षिणी कोंकण गोवा, कर्नाटक, केरल और माहे में अगले 3 दिनों के दौरान अधिकांश स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश के साथ बादलों की गर्जना होने और बिजली गिरने की आशंका भी है।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 15 जून को बादलों की मध्यम से तेज़ गर्जना के साथ कई बार बिजली कड़कने की घटनाएँ हो सकती हैं। तेज़ हवाएँ भी चलने की आशंका है। इन प्राकृतिक घटनाओं के कारण घर से बाहर काम करने वालों और मवेशियों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।