न्यूज डेक्स संवाददाता
बहादुरगढ़। तीन कृषि कानूनों के विरोध में शहादत देने के नाम पर एक 42 साल के एक व्यक्ति को किसानों के धरना पर जिंदा जलाने की घटना सामने आ रही है। इस प्रकरण में दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मृतक की पहचान गांव कसार वासी मुकेश के रुप में हुई। जानकारी के अनुसार बुधवार रात को मुकेश धरनास्थल पर पहुंचा था। किसान आंदोलन में शामिल 4 लोगों के साथ उसने वहीं आंदोलन स्थल पर ही शराब पी थी। इस मामले में झगड़े की बात भी सामने आ रही है कि इस दौरान किसी बात को लेकर इनमें झगड़ा हो गया और बाद आरोपियों ने मुकेश पर तेल छिड़क कर आग लगा दी।
एंबुलेंस में ले जाते समय और अस्पताल में उपचार समय की दो वीडियो भी वायरल हुई हैं। यह दोनों वीडियो मुकेश की मौत से पहले के हैं। इन वीडियो में मुकेश किसी सफेद कपड़े पहने व्यक्ति की बात कह रहा है। वह कहता सुनाई दे रहा है कि सफेद कपड़े वाले ने घटना को अंजाम दिया,जिसके बाद उसे बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल दाखिल कराया गया था। मुकेश के 90 प्रतिशत झुलस जाने के कारण उसने बृहस्पतिवार को को करीब ढाई बजे बजे दम तोड़ दिया।
इधर परिजनों ने मृतक का शव लेने से इंकार दिया,परिजनों ने मुकेश के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। वहीं डीएसपी पवन कुमार ने बताया है कि घटना के तुरंत बाद इस मामले में दो लोगों कृष्ण और संदीप के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था,लेकिन बाद में मुकेश की मौत होने के कारण अब इनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। यह कार्रवाई मृतक के भाई मदनलाल पुत्र जगदीश के बयान पर हुई है।
इस कार्रवाई के बीच गुस्साए ग्रामीणों ने घटनाक्रम के विरोध में शव को नागरिक अस्पताल के बाहर सड़क पर रख कर पुराने दिल्ली-रोहतक रोड पर जाम लगाया और नारेबाजी की। उधर इस मामले के लेकर किसानों के नेता भी मौके पर पहुंचे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि यह मामला फर्जी शहादत का नहीं है,बल्कि शराब के नश में झगड़े से जुड़ा है। किसान नेताओं ने इस मामले में एक टीमें बनाकर बहादुरगढ़ भेजी है,जोकि पूरी जानकारी जुटाने के अलावा वहां हो रही पंचायत में भी शामिल होगी।