Sunday, November 24, 2024
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बागवानी की फसले लगाकर किसान हो सकते है मालामाल,किसानों को मिलेगा 90 प्रतिशत तक अनुदान

by Newz Dex
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न्यूज डेक्स संवाददाता

कुरुक्षेत्र।कुरुक्षेत्र के ब्लाक बाबैन, पिपली, शाहबाद व इस्माईलाबाद में स्प्रींकलर व टपका सिंचाई के लिए सरकार देगी 85 प्रतिशत अनुदान, मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत फसल विविधिकरण को दिया जा रहा है बढ़ावा, मधुमक्खी पालन करने पर भी मिलेगा 45 प्रतिशत तक अनुदानकुरुक्षेत्र 17 जून कुरुक्षेत्र के ब्लाक बाबैन, पिपली, शाहबाद व इस्माईलाबाद में भूजल स्तर ज्यादा नीचे जा रहा है। इन चारों ब्लाक के साथ-साथ कुरुक्षेत्र के अन्य ब्लाकों में किसान पानी को बचाने के साथ-साथ अगर बागवानी की फसले अपनाते है तो किसान मालामाल हो सकते है।

अहम पहलू यह है कि बागवानी की फसले अपनाने पर 90 प्रतिशत तक का अनुदान सरकार की तरफ से दिया जाएगा। इतना ही नहीं अगर चारों ब्लाकों में किसान अगर टपका सिंचाई व स्प्रींकलर सिंचाई प्रणाली को अडाप्ट करता है तो किसानों को 85 प्रतिशत तक का अनुदान सरकार की तरफ से मुहैया करवाया जाएगा। उपायुक्त मुकुल कुमार ने वीरवार को बातचीत करते हुए कहा कि पूरे जिले को मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत शामिल किया गया है। इस जिले के किसान इस योजना के तहत विभिन्न स्कीमों के तहत फसल विविधिकरण अपनाकर अनुदान राशि प्राप्त कर सकते है।

उन्होंने कहा कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत किसानों को खेतों पर सामान्य दूरी पर पौधारोपण हेतू आम, अमरूद, नींबू, बेर, अनार व लिची का बाग लगाने हेतू 50 प्रतिशत अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान है जो कि आम पर 7650 रूपये, अमरूद पर 11502 रूपये, नींबू पर 12002 रूपये, बेर पर 8502 रूपये, अनार पर 15900 रूपये व लिची पर 13170 रूपये प्रति हैक्टेयर की दर से प्रथम वर्ष के लिए दिए जाने का प्रावधान है।

हाईब्रिड सब्जियों के उत्पादन के तहत किसानों के खेतो में हाईब्रिड सब्जी लगाने हेतू 20 हजार प्रति हैक्टेयर की दर से 40 प्रतिशत अनुदान राशि किसानों को दी जाती है। लहसुन मद के तहत मसाले फसल लगाने हेतू किसानों को 40 प्रतिशत अनुदान राशि प्रति हैक्टेयर 12 हजार रुपए के हिसाब से दी जाती है। संरक्षित खेती मद में पॉली हाउस व नैट हाउस स्थापित करने हेतू 65 प्रतिशत की दर से अनुदान राशि प्रदान की जाती है।

पॉलीहाउस व नैट हाउस में हाई वैल्यू सब्जियों के उत्पादन के लिए इस मद में जैसे खीरा, टमाटर, शिमला मिर्च इत्यादि पर अतिरिक्त 70 रूपये प्रति वर्गमीटर की दर से अनुदान राशि दी जाती है।  उन्होंने कहा कि ऑरगैनिक खेती करने के लिए आईपीएम व आईएनएम मद में सब्जियों व बागों के कीट व तत्व प्रबंधन हेतू 1200 रूपये प्रति हैक्टेयर की दर से 30 प्रतिशत अनुदान राशि के रूप में किसानों को दी जाती है तथा अन्य सामान्य स्कीम में बांस ढांचे पर बेल वाली सब्जियां लगाने हेतु 50 प्रतिशत अनुदान के हिसाब से रुपए 31250 प्रति एकड़ दिया जा रहा है।

मधुमक्खी पालन मद में प्रति किसान अधिकतम 50 बक्से व 400 फ्रेम 40 प्रतिशत अनुदान पर दिये जाते है। इसके अतिरिक्त सामान्य स्कीम से 45 प्रतिशत अनुदान भी लेने का प्रावधान है। बागवानी मशीनीकरण मद में छोटे ट्रैक्टर (20 बीएचपी तक), पावर टीलर, पौधों पर स्प्रे करने का यंत्र इत्यादि (500 से 1000 लीटर टै्रक्टर चालित पावर स्प्रे पंप) बैटरी चालित स्प्रे पंप, इंजन चालित स्प्रे पंप इत्यादि पर किसानों को 40 से 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। पैक हाउस मद में किसानों को 2 लाख रूपये प्रति इकाई 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में राशि दी जाती है।

उन्होंने कहा कि प्याज भण्डारण मद में किसानों को 87500 रूपये प्रति इकाई 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में दी जाती है। जिला उद्यान अधिकारी डा. सत्य नारायण ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिचांई योजना के तहत ब्लॉक बाबैन, शाहबाद, पिपली, ईस्माइलाबाद के किसानों को टपका सिंचाई व मिनी स्ंप्रीकलर पर 85 प्रतिशत अनुदान राशि की दर से सहायता प्रदान की जाएगी। एक किसान को अधिकतम 10 हैक्टेयर तक अनुदान राशि दी जा सकती है। इससे किसान इस स्कीम का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकेंगेे व पानी की बचत करके अपना जीवन स्तर ऊंचा उठा सकेंगे। इससे किसानों व भूमिहीन किसानों के लिए रोजगार के अवसर बढं़ेगे।

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